TRADING ACCOUNT कैसे ओपन किया जाता है,
इस से पहले हमने एक आर्टिकल्स में देखा था, TRADING ACCOUNT क्या होता है, और इस आर्टिकल में हम देखेंगे कि ट्रेडिंग अकाउंट कैसे ओपन किया जाता है,
सबसे पहली बात जो हमें याद रखनी चाहिए कि ट्रेडिंग अकाउंट स्टॉक ब्रोकर के पास खोला जाता है, और सभी स्टॉक ब्रोकर एक रजिस्टर्ड कंपनी होती है, और SEBI के अनुसार भारत में अभी तक लगभग 8 हजार स्टॉक ब्रोकर कम्पनी रजिस्टर्ड है,
ऐसे में अगर हमें ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करना है तो सबसे पहले हमें ये तय करना होता है कि हम किस ब्रोकर के पास अपना ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करे, आप नीचे दिए गए लिंक पर सभी रजिस्टर्ड स्टॉक ब्रोकर की लिस्ट को देख सकते है-
Registered Stock Brokers in equity segment
और इन सभी स्टॉक ब्रोकर में से हमें तय करना होगा कि हम किस ब्रोकर के पास अपना अकाउंट ओपन करे, किसी अन्य आर्टिकल में हम देखेंगे की स्टॉक ब्रोकर का चुनाव कैसे करे,
फ़िलहाल यहाँ अगर आप एक बार ये तय कर लेते है कि आपको XYZ, किस ब्रोकर के पास अपना ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करना है, फिर आप उस कंपनी के नजदीकी ब्रांच ऑफिस में जाकर अकाउंट ओपनिंग फॉर्म भर कर दे सकते है, साथ आपको अपने कुछ KYC के DOCUMENTS और बैंक अकाउंट की डिटेल्स देनी होती है,
दूसरी तरफ आजकल अकाउंट ओपन करने के लिए आप स्टॉक ब्रोकर कम्पनी की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म और और KYC डाक्यूमेंट्स की SCANNNED COPIES को आप उस फॉर्म के साथ अपलोड कर सकते है, और बाद में आप कूरियर की मदद से अपनी SELF ATTESTED KYC डाक्यूमेंट्स और ओरिजिनल FORM कम्पनी के पास भेज सकते है, और स्टॉक ब्रोकर कंपनी जैसे ही आपके डाक्यूमेंट्स को वेरीफाई कर लेती है, और फिर आपका ट्रेडिंग अकाउंट ओपन कर दिया जाता है,
यहाँ एक बात और ध्यान रखने वाली बात है कि, अधिंकाश केस में स्टॉक ब्रोकर कम्पनी ट्रेडिंग अकाउंट और DEMAT ACCOUNT साथ ही साथ ओपन कर देती है,
ट्रेडिंग अकाउंट को हम कैसे काम में लेते है,
ट्रेडिंग अकाउंट की मदद से ही हम स्टॉक मार्केट में किसी स्टॉक को खरीदने या बेचने का आर्डर अपने स्टॉक ब्रोकर को देते है,और फिर हमारा स्टॉक ब्रोकर हमारे आर्डर को स्टॉक एक्सचेंज तक पहुचाता है, और हमारा आर्डर कम्पलीट होने पर स्टॉक ब्रोकर हमें आर्डर कम्पलीट होने का कन्फर्मेशन और डिटेल्स भेज देता है,
आज ये सभी कम ऑनलाइन होता है, और इन्टरनेट की मदद से हमें स्टॉक ब्रोकर द्वारा दिए गए सॉफ्टवेयर की हेल्प से हम अपने ट्रेडिंग अकाउंट में लोग इन करके, उसमे फण्ड को पहले ऐड करते है, फिर स्टॉक खरीदने का आर्डर दे सकते है, और आर्डर कम्पलीट होने पर हमारे ट्रेडिंग अकाउंट से पैसे कट जाते है, और हमें स्टॉक मिल जाते है,
ठीक इसी तरह जब हम स्टॉक बेचते है, तो स्टॉक बेचने पर मिलने वाली धनराशी हमारे ट्रेडिंग अकाउंट में जमा हो जाती है,
TRADING ACCOUNT खोलने के लिए आवश्यक DOCUMENTS
TRADING ACCOUNT ओपन करने के लिए स्टॉक ब्रोकर कम्पनी द्वारा मांगे जाने वाले सामान्य डाक्यूमेंट्स
- Pan card
- Photographs: Passport Size Photograph
- Address proof: आधार कार्ड /Voter id/Pass port/Driving license
- Income proof: Recent six months bank statement, ITR Form-16, recent pay slip any one
- Bank proof: Cancel cheque
TRADING ACCOUNT फ़ीस कितना होता है,
ट्रेडिंग अकाउंट का फीस, सभी स्टॉक ब्रोकर का अलग अलग हो सकती है, अगर सामान्य बात की जाये तो 200 से लेकर 1000 रूपये या उस से ज्यादा भी हो सकता है,
ऐसे में हमें ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करते समय, स्टॉक ब्रोकर का चुनाव करते समय ही स्टॉक ब्रोकर द्वारा अकाउंट खोलने के चार्जेज और ब्रोकरेज चार्ज और उसके द्वारा दी जाने वाली सारी सुविधाओं का ध्यान पहले ही रखना चाहिए,
जिस से की हमें ज्यादा फीस या ब्रोकरेज न देने पड़े.
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Sir me first investar he sbi small cap regular (g) 3000 ka sip kia he abhi me Demat account or treding account open karna joruri he iska bareme jorur batadijiye
Nhi
दिपक कुमार जी आपका इस बहोत हि महत्त्वपुर्ण जानकारि के लिये धन्यवाद! ईस आर्टिकल मे कुछ बाते वहोत हि अच्छि हे जो आसानि से किसि भि एक नये व्यक्ति को भि समझ मे आ जाये। मैने भि इसि तरह का आर्टिकल लिखने कि एक कोशिस कि जो “भारत से अमेरिका या किसि भि अन्य देश मे निवेश किस तरह से करे” इस बारे मे है। आप इस पर अपनि राय देंगे तो हमे बहोत हि लाभ होगा”
good post