फाइनेंसियल प्लानिंग करने के विकल्प
फाइनेंसियल प्लानिंग करने के लिए आपके पास दो विकल्प है –
पहला विकल्प है – आप किसी एक्सपर्ट फाइनेंसियल प्लानर की सेवा ले सकते है, जो आपका फाइनेंसियल प्लान बनाने में आपकी हेल्प कर सकता है,
और, दूसरा विकल्प है – आप थोड़ी मेहनत करके खुद भी अपना फाइनेंसियल प्लान बना सकते है,
अब इस से पहले कि मै आपको फाइनेंसियल प्लान बनाने के छह स्टेप के बारे में बताऊ – उस से पहले आपको दो बाते बहुत अच्छे से समझना होगा –
पहला ये कि – हम सभी की आर्थिक स्थिति एक दुसरे से अलग अलग होती है, हम सभी के आमदनी और खर्चो में अंतर होता है, हम जो जिन्दगी में हासिल करना चाहते है उन आर्थिक लक्ष्यों में भी अंतर होता है, और इसलिए हम सभी का फाइनेंसियल प्लान एक दुसरे से अलग ही होगा,
इसलिए, फाइनेंसियल प्लान बनाते समय अपनी आर्थिक जरूरतो को ध्यान में रखते हुए अपना खुद का एक अलग फाइनेंसियल प्लान बनाये,
और दूसरा आपको ये भी समझना होगा कि– फाइनेंसियल प्लानिंग लगातार चलती रहने वाली प्रक्रिया है, ऐसा नहीं कि आपने अपना एक फाइनेंसियल प्लान बनाया और बस आपका काम हो गया,
आपको अपने फाइनेंसियल प्लान में समय समय पर कुछ बदलाव करते रहना होगा ,
जैसे –अगर आपकी शादी नहीं हुई है तो आपका फाइनेंसियल प्लान कुछ अलग होगा, और शादी के बाद आपके फाइनेंसियल प्लान में कुछ बदलाव की जरूरत जरुर होगी, इसी प्रकार जब बच्चे बड़े होंगे और आपकी उम्र बढ़ेगी तो आपकी रिस्क उठाने की क्षमता भी कम होगी और आपको बदलते समय के अनुसार अपने फाइनेंसियल प्लान में बदलाव करते रहना होगा.
फाइनेंसियल प्लानिंग करने के 6 स्टेप
अब आइए जानते है कि फाइनेंसियल प्लानिंग करने के छह स्टेप क्या है ?
फाइनेंसियल प्लानिंग – पहला स्टेप
Evaluating your Current Financial Position यानि (अपनी करंट फाइनेंसियल स्थिति को अच्छी तरह से समझना)
इसका मतलब है , सबसे पहले, आपको ये पता करना है कि – आपकी वास्तविक आर्थिक हालत अभी किस तरह की है, आपके इनकम और आपके खर्चो में कितना गैप है , क्या आप पर्याप्त पैसे बचा पा रहे है, अगर आपने कुछ निवेश किये हुए है तो वो निवेश किस तरह के है और उनसे आपको क्या उम्मीदे है ?
तो तरह किसी व्यक्ति की आर्थिक स्थिति को सही तरह से समझने के लिए आपको दो फाइनेंसियल स्टेटमेंट बनाने पड़ेंगे –
पहला – नेट वर्थ स्टेटमेंट, और दूसरा Cash flow statement
ध्यान दीजिए कि – नेट वर्थ स्टेटमेंट से आपको ये पता चलेगा कि -आपके पास कितनी सम्पति है, और आपके पास कितने कर्जे है या कितने दायित्व है,
ताकि आप समझ पाए कि कही ऐसा तो नहीं कि आपके ऊपर आपकी सम्पति से अधिक कर्ज है, या आपके पास वास्तव में कोई सम्पति है ही नहीं,
और अगर सम्पति है तो वास्तव में आपके पास कितने मूल्य की शुद्ध सम्पति है,
अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर तरीके से समझने के लिए आपको दूसरा स्टेटमेंट बनाना होगा –
cash flow स्टेटमेंट,Cash flow स्टेटमेंट आपको ये बताएगा कि आपके वास्तविक इनकम के सोर्स क्या क्या है? आपकी कुल इनकम कितनी है? और आपके आपके खर्चे कितने है ? और आप वास्तव में हर महीने कितने पैसे बचा पाते है यानि कितनी सेविंग कर पाते है,
Cash Flow क्या होता है – Video देखे
तो इस तरह जब आप अपने करंट फाइनेंसियल पोजीशन का Evaluation करते है तो आपको अपनी आर्थिक स्थिति के बारे में कुछ बहुत महत्वपूर्ण बाते पता चलती है जो आपके फ्यूचर फाइनेंसियल प्लानिंग के लिए बहुत जरुरी है जैसे –
- आपके पास शुद्ध सम्पति कितनी है,
- और आपके पास हर महीने शुद्ध आमदनी कितनी है
- आप खर्चो को कण्ट्रोल करके अपनी बचत को कितना बढ़ा सकते है,
- आपके निवेश या आपके इन्सुरांस आपके लिए पर्याप्त है या नहीं,
- कही ऐसा तो नहीं आपकी कमाई का बड़ा हिस्सा लोन की क़िस्त चुकाने में जा रहा है,
अब, जब आपने फाइनेंसियल प्लानिंग के पहले स्टेप से ये समझ लिया कि – आप आर्थिक रूप से अभी कहा पर है, तो अब आप फाइनेंसियल प्लानिंग का दूसरा स्टेप फॉलो कर सकते है –
फाइनेंसियल प्लानिंग – दूसरा स्टेप
Clearly decide your Financial Goal of life यानि दुसरे स्टेप में आपको अपने जीवन को आर्थिक लक्ष्यों को ठीक ठीक निश्चित करना होगा,
आपको बिल्कुल साफ़ साफ़ लिखित रूप में ये स्पस्ट करना होगा कि आप फाइनेंसियली जीवन में क्या क्या चीजे और कब तक हासिल करना चाहते है,
जैसे – आप अपना खुद का घर लेना चाहते है तो आप घर कहा पर और कब तक लेना चाहते है, घर की कीमत क्या होगी ?
इसी तरह आपको अपने अन्य आर्थिक लक्ष्य भी बिल्कुल ठीक ठीक स्पस्ट करने होंगे, जैसे –
आपको अपने बच्चे की पढाई के लिए कब और कितने पैसे की जरुरत होगी ?
आपको अपने रिटायरमेंट फण्ड के लिए कुल कितने पैसे की जरुरत होगी ?
अगर आपके ऊपर कोई कर्ज है तो आप उस कर्ज को कब तक ख़त्म करना चाहते है ?
आप गाड़ी लेना चाहते है, छुटिया मनाना चाहते है, देश विदेश घूमना चाहते है, यानि आप अपने जीवन में जो सपने पुरे करना चाहते है, उन सभी सपनो को स्पस्ट रूप से लिखना होगा कि – आप वह सपना कब और कैसे पूरा करना चाहते है और आपको अपने उस सपने को पूरा करने के लिए कब और कितने पैसे की जरुरत होगी ?
तो इस तरह फाइनेंसियल प्लानिंग के पहले स्टेप में ये हमने नेट वर्थ स्टेटमेंट और cash flow स्टेटमेंट बना कर ये स्पस्ट कर लिया कि आज हम आर्थिक रूप से कहा पर है,
और साथ ही फाइनेंसियल प्लानिंग के दुसरे स्टेप में आपने ये भी स्पस्ट कर लिया कि हम फाइनेंसियली कहा जाना चाहते है, हम अपने जीवन से क्या क्या चाहते है, हमारे क्या फाइनेंसियल गोल्स यानि लक्ष्य है ?
फाइनेंसियल प्लानिंग – तीसरा स्टेप
Finding the gap between Financial Goal and Current financial Position
यानि आपको ये समझना होगा कि आर्थिक लक्ष्यों और अपनी मौजूदा आर्थिक स्थिति के बीच के कितना अंतर है,
हम आर्थिक रूप से आज जहा पर है और जहा पहुचना चाहते है, इन दोनों के बिच कितनी दुरी है,
जैसे – आज से 10 साल बाद मै अपने बच्चे की कॉलेज या हायर एजुकेशन के लिए 15 लाख रूपये जमा करना चाहता हु, लेकिन आज मेरे पास कुछ भी जमा धन नहीं है,
तो मुझे ये समझना होगा कि बच्चे की पढाई के अपने सपने को पूरा करने के लिए मुझे अगले 10 साल में कुल 15 लाख रूपये की जरूरत है,
तो इस तरह फाइनेंसियल प्लानिंग के तीसरे स्टेप में अपने सभी फाइनेंसियल गोल और करंट फाइनेंसियल पोजीशन के अनुसार गैप को बिल्कुल स्पस्ट करने के बाद हमें पता चल पायेगा कि –
हमें अपने आर्थिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए वास्तव में कितने धन की जरूरत है और उतना धन बनाने के लिए मेरा पास कितना समय है,
फाइनेंसियल प्लानिंग – चौथा स्टेप
Preparing Personal Financial Plan यानि पर्सनल फाइनेंसियल प्लान तैयार करना
वैसे तो फाइनेंसियल प्लानिंग के सभी स्टेप महत्वपूर्ण है लेकिन इस चौथे स्टेप से ही हमें ये पता चलता है कि हम अपने आर्थिक लक्ष्यों यानि फाइनेंसियल गोल्स को किस तरह प्राप्त करेंगे,
पर्सनल फाइनेंसियल प्लान करते वक्त हमें बहुत सारे सवालों के जवाब लिखने है –
जैसे –
- हमें कितने पैसे की बचत करनी होगी ?
- हमें कितनी और अतिरिक्त आमदनी की जरूरत होगी ?
- हम अपनी आमदनी बढाने के लिए क्या क्या कर सकते है ?
- हमारे निवेश पर हमें कम से कम कितने प्रतिशत कोम्पौन्डिंग लाभ की जरुरत होगी ?
- हम कितने समय के लिए निवेश कर सकते है?
- हम निवेश पर कितना रिस्क उठा सकते है?
- हमें अपने निवेश पोर्टफोलियो में किन किन चीजो की जरूरत होगी जैसे – बैंक डिपॉजिट्स, गोल्ड, म्यूच्यूअल फण्ड, स्टॉक और रियल एस्टेट आदि,
- इमरजेंसी फण्ड के लिए हमें कितने रुपये रखने की जरूरत होगी ?
- अकस्मात मृत्यु की दशा में परिवार को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए मुझे कितने धनराशी का टर्म इन्सुरांस लेना चाहिए ?
- हॉस्पिटल के खर्चो से निपटने के लिए मुझे कितने धनराशी के हेल्थ इन्सुरांस की जरुरत होगी ?
- प्रत्येक आर्थिक लक्ष्य को पूरा करने के लिए अलग अलग क्या प्लान है ?
- हम अपनी टैक्स प्लानिंग कैसे करे ताकि टैक्स में मिलने वाले लाभ का फायदा उठा सके ?
- किस तरह हम सरकार की तरफ से फ्री में मिलने वाली सुविधाओ और सब्सिडी का लाभ उठा सकते है ?
तो इस तरह हमें फाइनेंसियल प्लानिंग के इस चौथे स्टेप में इन सभी सवालों के जवाब स्पस्ट करने होंगे ताकि हमें बिल्कुल ठीक ठीक पता चल सके कम से कि –
कम रिस्क में सुरक्षित तरीके से किस तरह हम अपने आर्थिक लक्ष्यों को पूरा कर सकते है,
ध्यान दीजिए कि – इस स्टेप से ही हमें अपने सभी सपनो को पूरा करने का पूरा डिटेल्ड प्लान मिलेगा,
फाइनेंसियल प्लानिंग – पांचवा स्टेप
Implementing Personal Financial Plan. (फाइनेंसियल प्लान को अमल में लाना)
अब कोई भी प्लान चाहे कितना भी अच्छा हो अगर उसे अमल में नहीं लाया जायेगा तो उस अछे से अछे प्लान का कोई फायदा नहीं है,
इसलिए फाइनेंसियल प्लानिंग का पांचवा स्टेप है – फाइनेंसियल प्लान को अमल में लाना,
और अपने पर्सनल फाइनेंसियल प्लान को अमल में लाने के लिए हो सकता है कि हमें इसकी कुछ अतिरिक्त तैयारी करने पड़े –
जैसे –
- नया बैंक अकाउंट खोलना ,
- Demat और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना, या फिर
- इन्सुरांस पालिसी खरीदना और
- निवेश प्लान के अनुसार म्यूच्यूअल फण्ड sip की शुरुआत या
- अन्य काम करना जिस से कि आप अपने फाइनेंसियल प्लान को अमल में लाया जा सके,
फाइनेंसियल प्लानिंग – छठवा स्टेप
अब आता है फाइनेंसियल प्लानिंग का आखिरी स्टेप – Review the progress of Financial Plan यानि फाइनेंसियल प्लान का विश्लेषण करना,
इसका मतलब ये है कि – अब तक हमने जो फाइनेंसियल प्लान बनाया है और उसे अमल में लाया है, तो हमें ये देखते रहना है कि –
- वह किस तरह काम कर रहा है,
- क्या आपको अपने निवेशो से उतना लाभ हो रहा है जितना निवेश प्लान के अनुसार आपको चाहिए , अगर हा – तो आपको बधाई आप निवेश प्लान को जारी रखीए,
- और अगर आपका निवेश प्लान काम नहीं कर रहा है तो आपको अपने निवेश के विकल्पों में कुछ सुधार करने या फिर अपनी निवेश रणनिति में कुछ बदलाव करने की जरूरत पड़ सकती है,
साथ ही हर छह महीने या 12 महीने के अंतराल में इस बात को सुनिश्चित करे कि आपका फाइनेंसियल प्लान सही तरह से काम कर रहा है,
इसके आलावा एक और इम्पोर्टेन्ट बात कि- आपको इस बात को हमेशा सुनिश्च्ति करना होगा कि – आपने सभी फाइनेंसियल पेपर और निवेश के डाक्यूमेंट्स और बीमा के पेपर और बैंक खातो की जानकारी को एक जगह प्रॉपर रखा हुआ है, और उसमे कोई पेपर मिस्सिंग नहीं है,
इसके आलावा आप जरुरत के अनुसार बैंक से या निवेश संस्थानों जैसे म्यूच्यूअल फण्ड से अपने निवेश के स्टेटमेंट या फिर लोन स्टेटमेंट भी अपडेट जरुर रखे,
तो दोस्तों, ये थे वे छः स्टेप जो आपको फाइनेंसियल प्लानिंग करने में हेल्प कर सकते है, अगर आप पहली बार फाइनेंसियल प्लानिंग करने बैठते है तो हो सकता है थोड़ी मुश्किल आये, लेकिन यकीन मानिये अगर आप धन कमाने और अपने फाइनेंसियल गोल को पूरा करने के लिए उत्सुक है,तो आप अपना फाइनेंसियल प्लान बनाने के बाद काफी अच्छा फील करेंगे,
याद रखीए –सफलता की एक कीमत होती है, तो अगर आप आर्थिक सफलता चाहते है तो आपको इसकी कुछ तो कीमत जरुर चुकानी होगी,
- आपको आर्थिक सफलता की तयारी करनी ही होगी,
- आपको फाइनेंसियल प्लान बनाना ही होगा,
- और आपको अपने फाइनेंसियल प्लान पे लगातार काम करना ही होगा जब तक कि आप सफल न हो जाये,
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bahut hi acchi details wali jankari deepak ji
Thanks Rajesh Sahu Ji…
Apne dreams ko pura karne ke liye Financial Planning bahyt hi jaruri hai. Agar koi future ko leke dubidha me hai to apki yah lekh bahut kaam aayega. Padh kar maza aa gaya.
Aise hi apna experience share karte rahiye. Happy blogging.
Ji Chandan Bhai, Bahut Bahut Dhanyvaad….Happy blogging…
Excellent….job
Thaks so much sir. right know I’m a student. i learnt about making financial plan
Hello
Nice info! “Amazing write-up!
I hope you got all the details about Tractor. For more details stay tuned with KhetiGaadi .
good information sir, thanks for sharing this kind of knowledge.