Technical Analysis – क्या है ?
Technical Analysis – क्या है ? आइए हम इसको एक CRICKET के EXAMPLE से समझते है,
अगर आप CRICKET में रूचि रखते है, तो आपको पता होगा कि, जब भी कोई खिलाड़ी किसी MATCH में खेलने जाता है, तो वो जिस टीम के खिलाफ या जिस मैदान पर खेल रहा होता है, तो वहा पर उसके पिछले RECORD और PERFORMANCE के बारे में ज़रुर बात की जाती है,
और ऐसी सम्भावना व्यक्त कि जाती है कि, क्योकि वह खिलाडी उस टीम के खिलाफ या उस मैदान पर अच्छा खेलता है, तो हम ये संभावना व्यक्त करते है, कि वह खिलाडी आज भी कुछ वैसा ही PERFORMANCE करेगा और खेल दिखायेगा, जैसा उसने इस से पहले किया हुआ है,
और आपने भारत और पाकिस्तान के बिच WORLD CUP में खेले गए मैच के बारे में भी जरुर सुना होगा कि, भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ अपने सभी मैच जीते है,
और यही वजह है कि भारत और पाकिस्तान के बीच जब भी WORLD CUP के MATCH होते है, तो सभी CRICKET EXPERT इस बात को दोहराते है और सम्भावना व्यक्त करते है कि इस बार भी भारत पाकिस्तान को जरुर हराएगा,
हालाँकि ऐसा होना जरुरी नहीं है, कोई भी 100% नहीं कह सकता कि RESULT बिलकुल वैसा ही होगा, जैसा कि पिछले कई बार हुआ है,
लेकिन फिर इस बात पे जोर दिया जाता है,कि पिछली बार कि तरह इस बार भी मैच का RESULT कुछ ऐसा ही होगा,
और सच्चाई यही है कि फ़िलहाल तो ऐसा होता आया है,
और आपको भी ये बताने के बाद कि , पाकिस्तान आज तक WORLD CUP में भारत से नहीं जीता है, आपसे ये पूछा जाये कि जब अगली बार भारत और पाकिस्तान के बिच WORLD CUP का मैच होगा, तो कौन जीतेगा ?
तो आप भी जरुर कहेंगे, वैसे तो CRICKET अनिश्चिताओ का खेल है, लेकिन फिर भी भारत के जितने कि सम्भावना ज्यादा है ,
और अब आपको अगर इस मैच पे दाव लगाने को कहा जाये कि कौन जीतेगा ?, तो निश्चित ही आपमें से ज्यादातर लोग भारत के सभी पिछले मैच और PERFORMANCE के आधार पर यही कहेंगे कि – इस बार भी भारत जरुर जीतेगा, और आप भारत पर दाव लगायेंगे.
अगर हम ध्यान से देखे तो, जाने या अनजाने में, हम इस तरह के दाव लगाने के समय, TECHNICAL ANALYSIS के आधार पर ही सम्भावना कर रहे है कि, भारत जीतेगा.
क्योंकि TECHNICAL ANALYSIS का पूरा CONCEPT यही है, “इतिहास अपने आपको दोहराता है” “HISTORY REPEATS ITSELF”
बिल्कुल इसी तरह, शेयर बाजार में भी जब किसी STOCK को खरीदने या बेचने कि बात आती है, यानी जब किसी शेयर पर दाव लगाने की बात आती है,
तो अगर हम उस SHARE के PERFORMANCE HISTORY के आधार पर एक चार्ट के द्वारा ये पता लगाते है कि शेयर्स का भाव , अलग अलग कंडीशन में क्या रहा है, और ट्रेंड को देखते हुए, अब यहाँ शेयर्स के भाव कहा जा सकते है, कितना ऊपर या कितना निचे, तो इस तरह कि STUDY को TECHNICAL ANALYSIS कहा जाता है,
निष्कर्ष – टेकनिकल एनालिसिस
TECHNICAL ANALYSIS कि मदद से हम ये जान सकते है कि, हमें मार्केट कब ENTRY यानी सौदा लेना चाहिए, और कब EXIT यानी सौदे को पूरा करना करना चाहिए,
इस तरह हम TECHNICAL ANALYSIS कि मदद से उस चीज़ से बच पाते है, जिसकी वजह से 90 % लोग LOSS करते है, और TECHNICAL ANALYSIS की मदद से हमें ये समझ आता है कि हम –
- शेयर्स कब ख़रीदे ?
- शेयर्स किस भाव में ख़रीदे ?
- शेयर्स कितना ख़रीदे?
- शेयर्स कब बेचे ?
- शेयर्स किस भाव में बेचे ?
- शेयर्स कितना बेचे ?
- और LOSS की स्थिति में अपने LOSS को कैसे नियंत्रित करे ?
Nice article bro…
yes mam..its really very good to understand
Its nice way to the explanation with example.
Sir, paper trading kaise kare is par bhi likhiye
Aap bahut achchha likhte hai sir.
very good education
Content is very awesome, good, & useful to understand rather than YouTube videos 😊😊