DOJI SHARE MARKET HINDI

TECHNICAL ANALYSIS- DOJI

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TECHNICAL ANALYSIS- DOJI

DOJI एक Single candlestick पैटर्न का बहुत IMPORTANT candlestick पैटर्न है,जो न तो BULLISH TREND को कन्फर्म करता है, और ना ही BEARISH TREND को, बल्कि DOJI एक स्पीड ब्रेकर के जैसा मार्केट में आगे बढ़ते समय थोडा रुक कर संभल कर आगे बढ़ने का MESSEGE देता है,

DOJI (डोजी) के फायदे-

DOJI और SPINNING TOP CANDLE ये दोनों ऐसे SINGLE CANDLESTICK पैटर्न है, जिनका प्रभाव एक जैसा होता है, ये दोनों CANDLE मार्केट में अनिश्चितता को दर्शाते है,  इसलिए हम कह सकते है कि डोजी एक ऐसा CANDLESTICK पैटर्न है, जो मार्केट में आगे जो भी होने वाला है, वो स्पस्ट नहीं बताता, बल्कि ये हमें सावधानी के साथ आगे बढ़ने का सन्देश देता है, डोजी कैंडल आने के बाद मार्केट ऊपर भी जा सकता और नीचे भी, हमें अपने TRADE लेने से पहले डोजी दिखने पे सावधान रहना चाहिए,

DOJI (डोजी) कैंडल कैसे बनता है –

डोजी कैंडल तब बनता है जब किसी STOCK के OPENING PRICE और CLOSING PRICE दोनों बराबर होता है या फिर एक न (.5% या उस से भी कम) के बराबर छोटा सा अंतर होता है, लेकिन STOCK के LOW PRICE और HIGH PRICE में बहुत ज्यादा अंतर होता है,

डोजी की पहचान –

1.       डोजी बनने से पहले क्या TREND था, यानी पिछला TREND महत्वपूर्ण नहीं होता,

2.       एक बहुत छोटा सा लाइन या एक बहुत ही छोटा न के बराबर REAL BODY और LONG UPPER और LONG LOWER SHADOW से मिलकर बना होता है,

(डोजी का एक लाइन जैसा REAL BODY होना किसी शेयर के OPENING PRICE और CLOSING PRICE दोनों का बराबर या लगभग बराबर होना बताता है)

(डोजी का UPPER AND LOWER SHADOW किसी शेयर के जो STOCK के WIDE RANGE PRICE MOVEMENT को बताता है)

  1. डोजी कैंडल का COLOR उतना IMPORTANT नहीं होता है, IMPORTANT बस इतना है की यह CANDLESTICK PATTERN मार्केट में INDESICON यानी अनिश्चितता को बताता है`, कुछ भी हो सकता है, MARKET ऊपर भी जा सकता और निचे भी.
  2. डोजी कैंडल का उदहारण-
DOJI SHARE MARKET HINDI

DOJI SINGLE CANDLESTICK PATTERN

 

DOJI का प्रभाव –

आइये अब बात करते है कि डोजी का मार्केट में क्या प्रभाव होता है,

  1. BULLISH TREND में डोजी का प्रभाव-

अगर डोजी BULLISH TREND में आता है, तो इसका दो प्रभाव हो सकता है, या तो थोड़े CORRECTION के बाद BULLISH TREND बना रहेगा,

या फिर हो सकता है डोजी के कारण MARKET का BULLISH TREND टूट जाये, और मार्केट निचे की तरफ जाये.

  1. BEARISH TREND में डोजी का प्रभाव-

अगर डोजी BEARISH TREND में आता है, तो इसका दो प्रभाव हो सकता है, या तो थोड़े CORRECTION के बाद BEARISH TREND बना रहेगा,

या फिर हो सकता है डोजी के कारण MARKET का BEARISH TREND टूट जाये, और मार्केट ऊपर की तरफ जा सकता है.

  1. SIDWAYS TREND में डोजी ,

डोजी CANDLE दिखने के बाद MARKET थोडा CORRECTION भी कर सकता है, और कुछ SESSIONS में SIDEWAYS भी हो सकता है,

डोजी CANDLE को देखकर हमें ऐसा समझना है कि

डोजी एक SPEED BRAKER है, जो हमें थोडा रुक के मार्केट कि अगली चाल को देख कर उसके हिसाब से आगे बढ़ने का सन्देश देता है.

DOJI – इसके ऊपर TRADER ACTION PLAN

अगर सीधा सीधा कहा जाये तो डोजी जब दिखता है, तो हमें ये समझना चाहिए कि मार्किट में किसी TREND को निश्चित नहीं माना जा सकता,

यानी डोजी के बाद होने वाले मार्केट में उतार चढाव के बारे में कोई CLEARITY नहीं होती,

इसलिए  एक TRADER को ऐसा करना चाहिए –

  1. अगर वो TRADE लेना चाहता है, तो पूरी QUANTITY न लेके आधी QUANTITY में TRADE लिया जा सकता है.
  2. MARKET में एक नए TREND के बनने तक का WAIT किया जा सकता है.

NOTES: अगर आप किसी भी CANDLESTICK PATTERN के आधार पर ट्रेड लेते है, STOCK खरीदते है, या बेचते है, तो आपको अपने TARGET PRICE का इन्तेजार करना है, और अगर आपका STOP LOSS हिट होता है, तो आपको TRADE से NIKALKAR दुसरे TRADE में मौका ढूँढना चाहिए,

अगर आप ऐसा नहीं करते है, तो आप TECHNICAL ANALYSIS को फॉलो नहीं कर रहे है, आप कुछ और कर रहे है.

THANK YOU…

5 Paisa

One Response

  1. ruv aggarwal July 14, 2019

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