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Mutual fund investment –Hindi Guide

Mutual fund investment, म्यूच्यूअल फण्ड सही है,

ये समझने के बाद अगर आप म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्टमेंट शुरू करना चाहते है, लेकिन ये नहीं समझ पा रहे कि शुरुआत कैसे की जाये, तो आप इस पोस्ट को पढने के बाद बिलकुल कांफिडेंस के साथ म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्टमेंट की शुरुआत कर सकते है,

म्यूच्यूअल फण्ड निवेश की शुरुआत करने के लिए Mutual fund investment के इस पोस्ट में हम नीचे बताये गए कुछ महत्पूर्ण STEPS के बारे में जानेगे –

  1. Mutual fund investment Goal: म्यूच्यूअल फण्ड इन्वेस्टमेंट का उद्देश्य स्पस्ट करे,
  2. Mutual fund investment Amount: Lump sum या SIP किस तरह का निवेश,
  3. Mutual fund investment Scheme SELECTION: म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम का चुनाव,
  4. Mutual fund investment Document required: म्यूच्यूअल फण्ड निवेश के लिए आवश्यक डाक्यूमेंट्स
  5. Mutual fund investment : Where and How to Invest : कहा और कैसे करे (Direct or Regular)
  6. Mutual fund investment Profit option : ग्रोथ प्लान या डिविडेंड प्लान
  7. Mutual fund investment Form Fill Up and Formalities:म्यूच्यूअल फण्ड एप्लीकेशन फॉर्म भरना
  8. Mutual fund investment Tracking NAV
  9. Mutual fund investment All Done – happy Investing

आइए एक एक करके इन सभी steps को थोडा डिटेल में समझते है –

Mutual Fund Investment Goal तय करे,

म्यूच्यूअल फण्ड इन्वेस्टमेंट की शुरुआत करने से पहले हमें ये जानना जरुरी है कि – हम वह इन्वेस्टमेंट क्यों कर रहे है, हमारे इन्वेस्टमेंट करने का स्पस्ट उद्देश्य (Goal) क्या है ?

ताकि ये स्पस्ट हो जाये कि हमें म्यूच्यूअल फण्ड इन्वेस्टमेंट से कितने प्रतिशत लाभ (RETURN ON INVESTMENT) चाहिए, और कितने समय (TIME PERIOD) तक, कितना AMOUNT हम निवेश कर सकते है,

जैसे अगर 3 साल या 5 साल बाद – 10 लाख की कार खरीदना चाहते है, या 15 साल बाद बच्चे की HIGHER EDUCATION के लिए 20 लाख रुपये चाहिए, या मुझे रिटायरमेंट के लिए 30 साल बाद 1 करोड़ रूपये चाहिए,

तो जब आप इस तरह के फाइनेंसियल गोल को पूरा करने के लिए, म्यूच्यूअल फण्ड निवेश करते है, तो ऐसे में आप एक CALCULATED RISK और बेहतर लाभ वाले MUTUAL FUND को चुन सकते है, और अपने फाइनेंसियल गोल को आप बिना ज्यादा RISK उठाये आसानी से पूरा कर सकते है,

म्यूच्यूअल फण्ड INVESTMENT से पहले अगर हम उस इन्वेस्टमेंट का लक्ष्य पहले से तय कर देते है, तो उसके बहुत सारे IMPORTANT फायदे है,

जैसे –

  1. INVESTMENT की शुरुआत जल्द की जा सकती है,
  2. लक्ष्य को पूरा करने के लिए आवश्यक INVESTMENT के AMOUNT का पता चल जाता है,
  3. लक्ष्य को पूरा करने के लिए INVESTMENT AMOUNT पर कम से कम कितने % लाभ चाहिए, इसका पता चल जाता है,
  4. निवेश का TIME पहले से तय होता है, तो हम TIME का लाभ POWER OF COMPOUNDING के लिए भी कर सकते है,
  5. सबसे बड़ी बात, अगर हमें अपने इन्वेस्टमेंट के लक्ष्य को पूरा करने के लिए आवश्यक लाभ प्रतिशत में पता चलने के बाद, हम कम से कम RISK या अपनी क्षमतानुसार CALCULATED RISK उठा कर बेहतर इन्वेस्टमेंट का लाभ उठा सकते है,

इसलिए म्यूच्यूअल फण्ड इन्वेस्टमेंट की शुरुआत से पहले, आपका इन्वेस्टमेंट का कारण या इन्वेस्टमेंट का लक्ष्य बिलकुल स्पस्ट होना चाहिए,

MUTUAL FUND में किस तरह निवेश करे (SIP या LUMP SUM)

MUTUAL FUND INVESTMENT शुरू करने के लिए, सबसे पहले हमने म्यूच्यूअल फण्ड के लक्ष्य या उद्देश्य को समझने की बात की, जब आप एक बार निवेश के लक्ष्यों को समझ लेते है,

तो आपको निवेश करने के लिए दो बाते स्पस्ट है जाती है – आपके पास निवेश करने के लिए कितने पैसे चाहिए, और आपके पास निवेश करने के कितने पैसे है,

अब आपको ये भी तय करना होगा कि क्या आप ONE TIME INVESTMENT यानी LUMP SUM AMOUNT निवेश करना चाहते है, या हर महीने, अपनी SAVING के अनुसार छोटे – बड़े AMOUNT को SIP (Systematic Investment Plan) की हेल्प से निवेश करना चाहते है,

SIP (Systematic Investment Plan में भी आपको अलग अलग निवेश के विकल्प मिल जाते है, जैसे – कुल कितने समय के लिए निवेश करना चाहते है, और निवेश करने का समय अन्तराल कैसा रहेगा – Monthly, Quarterly, या half yearly,

साथ ही आप अपना पेमेंट मोड भी चुन सकते है, ECS, NEFT, या CHEQUE,

Mutual fund investment SELECTION: स्कीम का चुनाव

अगला Step है म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम चुनने का , और ऐसे में जब म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने का उद्देश्य समझ जाते है, साथ ही आपको इस बात का भी एक Clear Idea मिल जाता है, कि आपके पास निवेश के लिए कितनी रकम हो सकती है, और आपको अपने निवेश का लक्ष्य पूरा करने के लिए कितने प्रतिशत का compounded लाभ चाहिए,

जैसे – मान लीजिए हमारा निवेश करने का मकसद 15 साल बाद अपने बच्चे HIGHER EDUCATION फीस जमा करना है, जिसके लिए मुझे 20 लाख रूपये चाहिए,

इसके लिए सबसे पहले मै ये देखूंगा आज मेरा पास कितना पैसा सेविंग पड़ा हुआ है, मान लेते है मेरे पास जो सेविंग पड़ा हुआ, उसका मुझे दूसरा काम है, और मै हर महीने इसके लिए 3000 रूपये ही बचा सकता हु,

अब सवाल ये है कि 3000 रूपये हर महीने बचाने का मतलब है – साल का कुल 36 हजार , और इस तरह 15 साल में मै जमा कर सकता हु,5 लाख 40 हजार, जबकि मेरा लक्ष्य है -20 लाख

इस तरह सबसे पहले हमें एक COMPOUND INTEREST कैलकुलेटर की मदद से ये पता करना होगा कि – 3000 रूपये  की हर महीने SAVING करके अगर 15 साल बाद मुझे 20 लाख चाहिए, तो मुझे अपने इस निवेश पर कितने प्रतिशत का COMPOUNDING लाभ चहिये, तो जवाब होगा – 16%

और 16% के वार्षिक RETURN के लिए आपको बहुत ज्यादा जोखिम उठाने की जरुरत नहीं, आप के BALANCED EQUITY FUND चुन सकते है, जिसका ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा हो.

अब ऐसे में मार्केट में हजारो म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम उपलब्ध है, जिसमे आपको अपनी निवेश के उद्देश्य को पूरा करने वाले कुछ म्यूच्यूअल फण्ड में से एक बेहतर ट्रैक रिकॉर्ड वाले स्कीम का चुनाव कर सकते है.

Mutual fund investment Profit Option: ग्रोथ प्लान या डिविडेंड प्लान

म्यूच्यूअल फण्ड में आपको दो तरीके से लाभ प्राप्त हो सकते है  – एक DIVIDEND के रुप में, और दूसरा म्यूच्यूअल फण्ड के NAV प्राइस में होने वाली वृद्धि (Appreciation)

म्यूच्यूअल फण्ड इन्वेस्टमेंट की स्कीम चुनने के साथ आपको इन दोनों विक्लपो में से कोई एक विकल्प चुनना होता है , जैसे आप म्यूच्यूअल फण्ड में होने वाले लाभ को कैसे लेना चाहते है, क्या आप लाभ (Dividend) को निकालते रहना चाहते है, या लाभ को फिर से इन्वेस्ट (Reinvest – Growth) करते रहना चाहते है,

इसके लिए किसी म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम में आपको दो विकल्प मिलते है –

DIVIDEND OPTION या GROWTH OPTION आइये इन दोनों विकल्पो को थोडा डिटेल में जानते है,

DIVIDEND OPTION IN म्यूच्यूअल फण्ड

म्यूच्यूअल  फण्ड DIVIDEND का मतलब म्यूच्यूअल फण्ड पर होने वाले लाभ को समय समय पर, निवेशक के खाते में TRANSFER करना होता है, हम सभी अपनी आर्थिक लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए, म्यूच्यूअल फण्ड निवेश के इस विकल्प को चुनना होता है कि हमें लाभ कब लेना है,

अगर हम चाहते है कि हम म्यूच्यूअल फण्ड लाभ को रेगुलरली निकालते रहना चाहते है तो हमें DIVIDEND OPTION चुनना होता है,

GROWTH OPTION IN म्यूच्यूअल फण्ड

म्यूच्यूअल फण्ड निवेश के लाभ को अगर हम वापस पुन: निवेश करते रहना चाहते है, जिस से कि हम अपने निवेश के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए POWER OF COMPOUNDING का लाभ मिलते तो, हमें GROWTH OPTION चुनना चाहिए,

क्योकि GROWTH OPTION में म्यूच्यूअल फण्ड से मिलने वाले लाभ को वापस, पुन: निवेश कर दिया जाता है, और हमें लाभ के ऊपर लाभ मिलता है, और इस तरह हमें COMPOUNDING लाभ प्राप्त होता है,

Mutual fund investment Document required: म्यूच्यूअल फण्ड निवेश के लिए आवश्यक डाक्यूमेंट्स

 

म्यूच्यूअल फण्ड इन्वेस्टमेंट की शुरुआत करने के लिए एक ये भी समझना महत्पूर्ण है कि हमारे पास क्या क्या डॉक्यूमेंट होना चाहिए, आपको दो तरह के डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती है, एक KYC और दूसरा बैंक खाते की जानकारी

सबसे पहले आपको KYC प्रोसेस कम्पलीट करना है, जैसे कि आपका personal details verify करने के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट लगते है , जैसे –

  1. फोटो
  2. पैन कार्ड,
  3. आधार कार्ड
  4. ADDRESS PROOF

म्यूच्यूअल फण्ड द्वारा दिए जाने वाले सुविधा के अनुसार आप चाहे तो आधार कार्ड की मदद से E-KYC प्रोसेस से भी अपना KYC कम्पलीट कर सकते है,

इसके अलावा आप अगर SIP के माध्यम से निवेश करते है, तो जिस बैंक से आप पेमेंट करना चाहते है, उस बैंक का डिटेल्स भी आपको सबमिट करना होगा,

अगर ECS करते है, तो आपको ECS फॉर्म भरना होता है, और साथ में अपने बैंक का एक CANCELLED चेक देना होता है,

Mutual fund investment: Where and How to Invest: कहा और कैसे करे (Direct or Regular)

जब आप म्यूच्यूअल फण्ड इन्वेस्टमेंट शुरू करना चाहते है, तो आपको किसी पहले से चल रहे स्कीम में निवेश करना होता है, या किसी नए NFO में भी निवेश कर सकते है, और ऐसे में म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम खरीदने या उसमे निवेश करने के लिए हमारे पास दो विकल्प होते है – REGULAR PLAN या DIRECT PLAN

आइये जानते है – रेगुलर प्लान म्यूच्यूअल फण्ड क्या होता है, और डायरेक्ट प्लान म्यूच्यूअल फण्ड क्या होता है?

रेगुलर प्लान म्यूच्यूअल फण्ड इन्वेस्टमेंट – जब हम किसी म्यूच्यूअल फण्ड DISTRIBUTOR या मुतुअल्फ़ फण्ड ADVISOR या म्यूच्यूअल फण्ड बेचने वाले एजेंट के पास से म्यूच्यूअल फण्ड खरीदते है, जिसमे एडवाइजर/डिस्ट्रीब्यूटर/एजेंट का COMMISON भी शामिल होता है, तो इस तरह के इन्वेस्टमेंट को रेगुलर प्लान इन्वेस्टमेंट कहा जाता है,

ध्यान देने वाली बात ये है कि इस तरह के डिस्ट्रीब्यूटर/एडवाइजर/एजेंट के पास एक ARN(AMFI रजिस्ट्रेशन नंबर) होता है, और म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी अपने स्कीम को ज्यादा से ज्यादा लोगो को बेचने के लिये इन एजेंट्स और एडवाइजर और डिस्ट्रीब्यूटर की हेल्प लेती है, और इन्हें म्यूच्यूअल फण्ड मध्यस्थ कहा जाता है,

इन म्यूच्यूअल फण्ड मध्यस्थ (AGENTS) को  निवेशक द्वारा निवेश की जाने वाली राशी में से 0.5% से 1.5% के बीच तक का फीस या COMMISON के रूप में मिलता है,

जैसे – अगर मै REGULAR PLAN में 5000 रूपये हर महीने निवेश करता हु तो 05.% से 1.5% यानी 25 रूपये से लेकर 75 रूपये का फीस या COMMISON इन बीच के एजेंट्स के पास मिल जाता है,

DIRECT PALN म्यूच्यूअल फण्ड इन्वेस्टमेंट –

DIRECT PALN म्यूच्यूअल फण्ड में निवेशक, किसी म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम को डायरेक्ट यानी सीधे म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी (AMC) से खरीदता है,  बीच में कोई एजेंट या DISTRIBUTOR नहीं होते है,

और इस तरह DIRECT PLAN में हमें किसी को किसी तरह का COMMISON या फीस नहीं देना पड़ता है, हम अपना पूरा पैसा निवेश कर पाते है,

म्यूच्यूअल फण्ड निवेश में अगर आप थोड़ी जानकारी रखते है, तो आप सीधे कंपनी से म्यूच्यूअल फण्ड खरीद सकते है, और COMMISSION के रुप में आपके खर्च को आप बचा कर निवेश का पूरा लाभ ले सकते है, आप ZERODHA द्वारा म्यूच्यूअल फण्ड निवेश के लिए COIN सेवा द्वारा डायरेक्ट प्लान में निवेश कर सकते है, और अपने निवेश के EXPENSES को कण्ट्रोल करके निवेश का पूरा फायदा उठा सकते है,

 Mutual fund investment एप्लीकेशन फॉर्म और FORMALITIES:

म्यूच्यूअल फण्ड इन्वेस्टमेंट का उद्देश्य, रकम, लाभ, और निवेश के विकल्पों का CLEAR करने के बाद जब म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम निवेश करने के लिए हमें म्यूच्यूअल फण्ड निवेश के लिए कुछ फॉर्म भरने होते है,

जो म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी द्वारा दी जाती है, आप इसे PHYSICAL FORM में भी भर सकते है, यानी ऑफलाइन फॉर्म भर कर म्यूच्यूअल फण्ड कम्पनी या एजेंट को दे  सकते है,

या अगर आप ONLINE म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कर रहे है, तो आपको E-KYC करनी होती है, और आप म्यूच्यूअल फण्ड फॉर्म और उसके एप्लीकेशन को online भर कर भी कम्पनी को भेज सकते है,

 Mutual fund investment Tracking NAV

इस तरह जब आप म्यूच्यूअल फण्ड इन्वेस्टमेंट फॉर्म भर देते है, तो आपकी  म्यूच्यूअल फण्ड निवेश की शुरुआत हो जाती है, और अगर आपने SIP के माध्यम से नियमति अन्तराल से निवेश करते रहने का विकल्प चुना है, तो आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जिस बैंक ACCOUNT को आपने SIP में submit किया है, उस खाते में SIP की DATE से पहले पर्याप्त ACCOUNT BALANCE रहे,

साथ ही आपको समय समय पर अपने म्यूच्यूअल फण्ड की NAV को देखते रहना चाहिए, जिस से आपको या पता चलता रहे कि वह म्यूच्यूअल फण्ड आपके निवेश के लक्ष्यों को पूरा करने वाला लाभ दे रहा है या नहीं,

साथ ही आपको ये भी याद रखना चाहिए कि म्यूच्यूअल फण्ड निवेश स्टॉक मार्केट से जुड़ा हुआ निवेश है, और स्टॉक मार्केट लाभ शोर्ट टर्म में काफी ऊपर नीचे होता रहता है, इसलिए आप अपनी निवेश NAV को WEEKLY, या MONTHLY रिपोर्ट पर ही किसी तरह की तुलना करे कि आपको आपकी जरुरत के अनुसार लाभ मिल रहा है या नहीं,

ALL DONE- HAPPY INVESTING

दोस्तों,

अगर आपको अर्तिक्ल अच्छा लगा, तो नीचे अपना कमेंट या सवाल जरुर लिखे, आपको रिप्लाई जरुर मिलेगा,

अर्तिक्ल पढने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यावद.

म्यूच्यूअल फण्ड की अन्य जानकारी आप नीचे दिए गए लिंक से भी पढ़ सकते है,

MUTUAL FUND – हिंदी गाइड पार्ट -1 

 History of Mutual Fund  हिंदी गाइड पार्ट -2

म्यूच्यूअल फण्ड के फायदे – हिंदी गाइड पार्ट -3

 म्यूच्यूअल फण्ड कैसे बनाया जाता है- हिंदी गाइड पार्ट -4

म्यूच्यूअल फण्ड में NAV क्या होता है ? हिंदी गाइड पार्ट -5

Types of Mutual Fund- हिंदी गाइड पार्ट 6

म्यूच्यूअल फण्ड में जमा पैसा कैसे निकाले,– हिंदी गाइड पार्ट 7

5 Paisa

7 Comments

  1. Vijay April 4, 2018
    • Deepak Kumar April 4, 2018
  2. Umair September 5, 2018
  3. D.S. YADAV December 24, 2018
  4. Sudhir Sirohi December 26, 2018
  5. satyajit singh February 13, 2019
  6. abhi January 26, 2022

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