GAP UP OPENING

GAP UP AND GAP DOWN OPENING CONCEPT

Zerodha

GAP OPENING CONCEPT

Technical Analysis में candlestick से सम्बंधित और महत्वपूर्ण कॉन्सेप्ट है – GAP OPENING CONCEPT,

आइये पहले देखते है, गैप क्या होता है,

गैप का अर्थ है, जब चार्ट में एक कैंडल के बाद दूसरा कैंडल बनता है, उस समय कभी कभी पहले कैंडल के CLOSING PRICE और दुसरे कैंडल के OPENING PRICE के बीच काफी ज्यादा अंतर होता है,

पहले कैंडल के CLOSING PRICE और दुसरे कैंडल के OPENING PRICE के इस अंतर (DIFFERENCE of PRICE) को ही हम गैप कहते है,

गैप के प्रकार – TYPES OF GAP

दो कैंडल के बीच इस तरह के गैप दो प्रकार के होते है,

  1. GAP UP OPENING
  2. GAP DOWN OPENING

 

GAP UP OPENING    

GAP UP OPENING का मतलब है, दो कैंडल के बीच जो गैप बना है, वो ऊपर की तरफ यानी बुलिश गैप है,

और इस तरह गैप ओपनिंग का सीधा अर्थ है कि मार्केट में BULLS का जोरदार प्रभाव है, और इस तरह किसी स्टॉक का गैप ओपनिंग हमें बताता है कि बुल्स यानी BUYERS उस STOCK को उसके CLOSING PRICE से भी ज्यादा भाव में खरीदना चाहते है,

जैसे –

GAP UP OPENING

GAP UP OPENING

अगर किसी STOCK का CLOSING PRICE 100 रूपये था, लेकिन उसकी OPENING PRICE सीधे 103 से शुरू हो रही है,

यानी इस तरह कि 3% के पॉजिटिव अंतर को ही गैप अप OPENING कहते है, और जैसे हमने पहले बात कि गैप अप ओपनिंग का अर्थ है, BUYERS का जोरदार प्रभाव.

 

GAP UP OPENING का कारण

गैप अप ओपनिंग के पीछे का कारण उस स्टॉक को लेकर BUYERS की POSITIVE सोच होती है, और ये पॉजिटिव सोच उस STOCK से समन्धित किसी अच्छी खबर के कारण हो सकती है,

जैसे उस स्टॉक का अच्छा तिमाही लाभ का न्यूज़, कंपनी के मैनेजमेंट में पॉजिटिव फेरबदल, कुछ ऐसे गवर्मेंट पालिसी की खबर जिस से कंपनी को बहुत फायदा होने वाला है, ऐसे न्यूज़ जिस से कंपनी को फायदा होने वाला है, फायदे की न्यूज़ को ध्यान में रखते हुए ज्यादा से ज्यादा लोग उस कंपनी के शेयर को खरीदने का आर्डर देते है, जिसकी वजह से सबसे highest price पर ही स्टॉक के trading की शुरुआत होती है,

 

गैप डाउन ओपनिंग – GAP DOWN OPENING

गैप डाउन OPENING का मतलब है, दो कैंडल के बीच जो गैप बना है, वो नीचे की तरफ यानी BEARISH गैप बना होता है,

और इस तरह गैप डाउन ओपनिंग का सीधा अर्थ है कि मार्केट में BEARS  का जोरदार प्रभाव माना जाता है, और उस स्टॉक का गैप डाउन ओपनिंग हमें बताता है कि बेअर्स यानी SELLERS उस STOCK को उसके CLOSING PRICE से भी कम भाव में बेचना चाहते है,

जैसे –

अगर किसी STOCK का CLOSING PRICE 100 रूपये था, लेकिन उसकी OPENING PRICE सीधे 97 से शुरू हो रही है,

यानी इस तरह कि 3% के NEGATIVE अंतर को ही गैप डाउन OPENING कहते है, और जैसे हमने पहले बात कि गैप डाउन ओपनिंग का अर्थ है, SELLERS का जोरदार प्रभाव.

 

GAP DOWN OPENING का कारण

गैप डाउन ओपनिंग के पीछे का कारण उस स्टॉक को लेकर SELLERS की NEGATIVE सोच होती है, और ये नेगेटिव सोच उस STOCK से समन्धित किसी बुरी खबर के कारण हो सकती है, जैसे उस स्टॉक से जुडी कंपनी के तिमाही LOSS का न्यूज़,


इस तरह आप समझ सकते है कि – एक तरफ  गैप अप ओपनिंग हमें ये बताता है कि लोग किसी भी भाव पर खरीदने को तैयार है, जबकि गैप डाउन ओपनिंग ये बताता है कि मार्केट पार्टिसिपेंट किसी स्टॉक को किसी भी कीमत पर बेचने को तैयार है,

जब इस तरह के गैप अप या गैप डाउन ओपनिंग होती है, तो चार्ट में दो Multiple Cannibalistic Pattern बनते है,  जिनको हम अगले पोस्ट में देखेंगे –

  1. The Morning star (द मोर्निंग स्टार )
  2. The Evening Star (द इवनिंग स्टार )

ये पोस्ट कैसा लगा, आप अपने विचार या सवाल को कमेंट में लिख सकते है,

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3 Comments

  1. uttam kumarttam kumar December 7, 2019
  2. Anki January 16, 2020
  3. Vijay Kumar September 25, 2020

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