FII DII AND RETAIL INVESTOR
आपने अक्सर स्टॉक मार्केट में FII DII AND RETAIL INVESTOR, शब्दों को जरुर सुना होगा, आज हम इन्ही तीनो शब्दों FII DII AND RETAIL INVESTOR के बारे में बात करेंगे,
Type of Investors in Indian Stock Market
वास्तव में FII DII AND RETAIL INVESTOR, भारतीय स्टॉक मार्केट में निवेश करने वालो सभी निवेशको को तीन तरह के निवेशको के रूप में DIVIDE किया जा सकता है –
- FII जिसका फुल फॉर्म है – Foreign Institutional Investment (विदेशी निवेश संस्था)
- DII जिसका फुल फॉर्म है – DOMESTIC Institutional Investment (घरेलु निवेश संस्था)
- RETAIL INVESTOR जिसका अर्थ है – आम निवेशक,
अब आइये इन तीनो तरह के इन्वेस्टर्स (FII DII AND RETAIL INVESTOR) को डिटेल्स में समझते है,
-
FII– Foreign Institutional Investment (विदेशी निवेश संस्था)
आसान शब्दों में कहा जाये तो जैसा कि FII के फुल फॉर्म से ही स्पस्ट है, FII, भारत से बाहर दुसरे देशो, जैसे अमेरिका, यूरोप, जापान, अलग अलग देशो में स्थित बड़ी बड़ी निवेश करने वाली संस्थाए है, जो अलग अलग देशो में निवेश करते है, कुछ FII संस्थाओ के नाम इस प्रकार है,
- FRANKLIN TEMPLTON INVESTMENT FUNDS
- ABU DHABI INVESTMENT AUTHORITY
- PENSION FUND GLOBOAL
- EUROPACIFIC GRWOTH FUND
- OF SINGAPORE
- OPPENHEIMER
FII के बारे में आप नीचे दिए LINK पर FULL DETAILS यहाँ पढ़ सकते है-
http://www.arthapedia.in/index.php?title=Foreign_Institutional_Investor_(FII)
भारत एक DEVELOPING COUNTRY है, और ऐसे में भारत की कंपनी लगातार DEVELOP कर रही है, और इसी कारण विदेशी निवेश कम्पनी भारत में निवेश करके ज्यादा से ज्यादा लाभ कमाना चाहती है,
FII निवेश का भारतीय स्टॉक मार्केट में प्रभाव-
FII निवेश का भारतीय स्टॉक मार्केट में बहुत बड़ा प्रभाव है, क्योकि ये संस्थाओ काफी बड़ी मात्रा में पूंजी का निवेश करती है, हालाँकि किसी एक कम्पनी में अधिक पूंजी के निवेश के सम्बन्ध में RBI और SEBI ने कुछ RULES बनाये हुए है,
लेकिन इन संस्थाओ का बड़ी मात्रा में एक्टिव निवेश रहता है, और इस कारण जब वे BUY या SELL करते है, तो इसका स्टॉक मार्केट में बहुत ज्यादा असर देखने को मिलता है.
-
DII– DOMESTIC Institutional Investment (घरेलु निवेश संस्था)
जैसा कि DII के फुल फॉर्म से ही स्पस्ट है, DII, भारत में स्थित निवेशक संस्थाए है, ऐसी संस्था एक कम्पनी की तरह होती है, जिनका काम लोगो को MUTUAL FUND अथवा अन्य निवेश के माध्यम से FUND एकत्रित करके, उसे व्यस्थित तरीके से स्टॉक मार्केट में निवेश करना होता है, ताकि वे ज्यादा से ज्यादा लाभ कमा सके,
कुछ DII संस्थाओ के नाम इस प्रकार है,
- LIC- LIFE INSURANCE COMPANY OF INDIA
- UTI – UNIT TRUST OF INDIA
- HDFC MUTUAL FUNDS,
- ICICI PURDENTIAL LIFE INSURANCE COMPANY
- OTHER MUTUAL FUNDS HOUSES IN INDIA
DII अपने ग्राहकों से COMMISON के बदले निवेश करने का विकल्प देती है, जिन निवेशक को स्टॉक मार्केट की ज्यादा जानकारी नहीं होती, वे इन कम्पनी के माध्यम से अपने पैसो का निवेश करते है,
IMPORTANT TO SEE FII AND DII ACTIVITY
FII और DII द्वारा की जाने वाली एक्टिविटी को आप NSE INDIA की वेबसाइट पर नीचे दिए गए लिंक से चेक कर सकते है –
https://www.nseindia.com/products/content/equities/equities/fii_dii_market_today.htm
RETAIL INVESTOR – आम निवेशक,
स्टॉक मार्केट में RETAIL INVESTOR की ACTIVE संख्या और उनके द्वारा किया जाने वाले निवेश FII और DII के मुकाबले काफी कम है,
एक आंकड़े के मुताबिक भारत में OCTOBER, 2017 तक 3 करोड़ DEMAT ACCOUNT खोले जा चुके है, यानी अभी भी भारत की पूरी आबादी के सिर्फ 3 % से भी कम लोग स्टॉक मार्केट में DIRECTLY निवेश करना चाहते है, और इन 3 करोड़ में भी ACTIVE TRADE के बात की जाये तो, RETAIL INVESTOR की संख्या और भी कम हो जाती है,
भारतीय निवेशक हमेशा कम RISK लेना चाहते है, और इसी कारण ज्यादातर निवेशक सीधा स्टॉक मार्केट में निवेश न करके MUTUAL FUND के माध्यम से निवेश करना चाहते है,
रिटेल इन्वेस्टर्स के सम्बन्ध में कुछ और दिलचस्प जानकारी आप ECONOMIC TIMES के इस लिंक पर पढ़ सकते है https://economictimes.indiatimes.com/markets/stocks/news/retail-investors-play-safe-take-mf-route-for-stock-investments/articleshow/61570499.cms
अगर पोस्ट अच्छा लगा तो नीचे अपना कमेंट या सवाल जरुर लिखे,
very very good article
Aapki post bahut gyan vardhak hai.thankyou.
Fdi kya hai