होम लोन का मतलब
होम लोन का मतलब है –घर खरीदने के लिए, घर का पेपर गिरवी, रख कर, बैंक से, लोंन लेना,
होम लोंन लेने के बाद ,एक आदमी की सैलरी का लगभग आधा हिस्सा या उससे ज्यादा हिस्सा उस होम लोंन की EMI को चुकाने में ही चला जाता है,
जैसे – अगर दीपदास की सैलरी है 30 हजार,
और दीपदास ने एक 16 लाख का मकान ख़रीदा,
जिसमे दीपदास ने अपनी बचत के पैसे में से १ लाख खर्च किया,
और बाकी 15 लाख का होम लोंन लिया,
अब दीपदास को हर महीने EMI भरना है- मान लीजिए – 15 हजार रुपए,
आप देख सकते है – कि दीपदास की कुल इनकम है 30 हजार,
जिसमे वो 15 हजार तो लोंन की EMI ही भरता है,
तो इस तरह दीपदास के पास हर महीने, अपने सभी खर्चो को पूरा करने के लिए सिर्फ 15 हजार ही बचते है,
होम लोन एक लम्बे समय का कर्ज होता है
सबसे बड़ी बात ये है कि –
दीपदास को, इस होम लोंन की EMI अगले 20 साल तक हर महीने WITHOUT FAIL भरते ही रहना है,
इस बीच में दीपदास के साथ कुछ अच्छा हो या बुरा, उसके जॉब में किसी तरह की प्रॉब्लम हुई, या कुछ भी हो इस से कोई फर्क नहीं पड़ता,
होम लोन EMI, अगर समय से नहीं भरा जाता है, तो उस EMI पे LATE FEES और अतिरिक्त व्याज भी लिया जाता है,
आप सोच कर देखीए कि 20 साल तक लगतार EMI भरते भरते, दीपदास की हालत क्या हो जाएगी,
क्या, दीपदास के पास EMI भरने और घर खर्च को चलाने के बाद कभी इतना पैसा बच पायेगा, जिसका वो बचत या निवेश कर सके,
सच कहू दीपदास के लिए हर महीने अपनी कुल सैलरी का लगभग हर महीने आधा पैसा EMI भरने के बाद,
ये बहुत ही मुस्किल होगा कि – वो सच में कुछ पैसो की बचत कर सके,
होम लोन लेना एक बहुत बड़ा फैसला है – इसका ध्यान रखे
होम लोन लेना एक बहुत ही बड़ा फैसला होता है, और मैंने रियल एस्टेट में ५ साल काम किया है, और मेरा अपना अनुभव है कि –
घर खरीदते समय, लोग होम लोन लेते है, और अक्सर घर खरदीने के केस में लोग इमोशनल हो जाते है,
भावनाओ में बह कर अक्सर लोग अपना घर लेने की जल्दी में, होम लोन के कुछ सच्चाई को नजर अंदाज कर देते है,
और ज्यादातर लोग, इसी इमोशनल सिचुएशन के बीच बिना सोचे समझे,
होम लोन ले लेते है,
और अपना घर बनाने के चक्कर में ज्यादातर लोगो की फाइनेंसियल पोजीशन इतनी खराब हो जाती है कि –
कई बार वे घर की EMI ही नहीं भर पाते है, और बैंक उनके घर की नीलामी करके किसी और को बेच देती है,
दोस्तों,
ध्यान देने वाली बात ये है कि -जिन लोगो की फाइनेंसियल समझ कम होती है, उन लोगो को,अक्सर होम लोंन लेकर घर खरीदने में, सिर्फ फायदा और फायदा ही दीखता है,
जबकि होम लोंन की असली सच्चाई कुछ और है,
और होम लोन की ये सच्चाई अक्सर लोगो को तब पता चलती है, जब वे होम लोन ले चुके होते है,
और इस होम लोंन के जाल में फस चुके होते है,
होम लोन लेते समय ध्यान रखने वाली कुछ बाते
इस विडियो के माध्यम से मै आपको होम लोन की कुछ ऐसी ही सच्चाई को बताना चाहता हु, जो आपको होम लोन लेने से पहले जरुर जान लेना चाहिए,
ताकि आप भी इस होम लोन के जाल को पहले ही समझ सके, और किसी तरह के बड़े फाइनेंसियल प्रॉब्लम से बच सके
दोस्तों,
मै, ये नहीं कह रहा हु कि – होम लोंन लेना बुरा है,
बल्कि मै सबसे पहले तो ये कहना चाहता हु कि होम लोंन लेने से पहले आप इस विडियो में बताई गई बातो के बारे में जरुर सोचे,
क्योकि इस विडियो में बताई गई बातो को ठीक तरह से आपको न तो कोई बिल्डर बताएगा, न ही कोई रियल एस्टेट एजेंट, और न ही बैंक वाले,
सब आपको घुमा फिर कर यही बताने की कोशिस करेंगे कि – सब लोग लोंन ले रहे है, क्या फर्क पड़ता है, कुछ नहीं होगा, आप भी ले लीजिए, सबके साथ ऐसा ही होता है, कोई डरने वाली बात नहीं है,
और ,दूसरा मै ये समझाना चाहता हु कि आप इस बात को समझे कि –
होम लोंन लेने का वास्तिविक मतलब क्या है ? होम लोन लेते समय सिर्फ भावनाओ और इमोशनल होकर न सोचे,
बल्कि दिमाग को खुला रख कर इस बात को समझे, कि होम लोन लेना कभी कभी कितना महंगा पड़ सकता है,
और होम लोंन लेना कभी कभी आपके जिंदगी का सबसे बुरा फैसला भी हो सकता है,
1 . घर की सही कीमत पर खरीद
होम लोन महंगा ना पड़े, इसके लिए सबसे पहली बात जो आपको ध्यान रखनी है –
वो है – Fair Value of Home. यानी आप जो घर खरीद रहे है- उसकी सही कीमत,
सबसे पहले आपको इस बात को समझना है कि – आपने जिस घर को खरीदने के लिए होम लोंन लेने का फैसला किया है,
क्या आप उस घर को उसकी सही कीमत यानी फेयर वैल्यू पर खरीद रहे है,या नहीं,
कही ऐसा तो नहीं कि – इस घर की कीमत कम है, और आप उसे ज्यादा कीमत में खरीद रहे है,?
घर को ज्यादा कीमत पर खरीदने से आपको फ्यूचर में इस बात का बहुत अफ़सोस हो सकता है, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होगी,
इसलिए आपको घर की कीमत के बारे में ,घर खरीदने से पहले ही बहुत अच्छे से सोच विचार करना चाहिए,
और फिर फैसला करना चाहिए कि आपके लिए वो घर –किस कीमत पर लेना ठीक रहेगा,
घर की सही कीमत और FAIR VALUE निकालने के लिए आप ये विडियो जरुर देखे –
घर की सही कीमत क्या होनी चाहिए – you tube video By शेयर मार्केट हिंदी
2. Home Loan लेने के लिए लगने वाले खर्च
होम लोन महंगा ना पड़े, इसके लिए दूसरी बात जो आपको ध्यान रखनी है, वो ये कि –
आपके होम लोन लेने के लिए खर्चे क्या क्या है ?( यानी होम लोन लेने के लिए आपको कितना अमाउंट अपने पास से खर्च करना पड़ सकता है ), –
होम लोंन के खर्च को डॉक्यूमेंटेशन चार्ज भी कहा जाता है –
जैसे – होम लेने का PROCESSING FEES, MORTGAGES FEES, और OTHER CHARGES
और इस तरह Home loan लेने पर, कभी कभी होम लोन अमाउंट का लगभग 1 से 2 प्रतिशत तक AMOUNT खर्च करना पड़ सकता है,
जैसे – अगर आप 20 लाख का लोंन लेते है, तो 20 लाख का 1 से 2 प्रतिशत यानी लगभग 20 हजार रूपये से लेकर 40 हजार रूपये, एक्स्ट्रा खर्च हो सकते है,
तो इसलिए जब भी आप होम लोन ले, तो इस तरह के खर्चो के बारे में जरुर पता करे, और फिर सही फैसला करे,
3. Home Loan पर INTEREST RATE किस Type का है,
इसके अलावा –होम लोन महंगा ना पड़े, इसके लिए सबसे तीसरी बात जो आपको ध्यान रखनी है –
वो है – HOME LOAN INTEREST RATE TYPE,
यानी होम लोन पे लगने वाला व्याज किस प्रकार का है,
होम लोन लेते समय आपको कम से कम व्याज दर से ही लोन लेना चाहिए,
साथ ही इस बात का जरुर ध्यान रखना चाहिए कि -होम लोंन पर व्याज दर किस प्रकार का है –
व्याज दर यानी इंटरेस्ट रेट फिक्सड है या फ्लोटिंग,
व्याज दर के प्रकार को समझना इसलिए जरुरी है,
क्योकि इसी से ये तय होगा कि – आपको होम लोंन के बदले बैंक को कुल कितना पैसा व्याज सहित EMI के रूप में भरना है,
आपको बता दू कि – होम लोन पे अक्सर दो तरह के इंटरेस्ट यानि व्याज दर ऑफर किये जाते है –
पहला – FIXED इंटरेस्ट रेट
दूसरा – FLOATING INTEREST RATE,
अगर आपके होम लोंन पर FIXED INTEREST RATE है तो आपको लोन की सम्पूर्ण अवधि में एक ही इंटरेस्ट रेट लगाया जायेगा,
यानी पुरे 20 साल तक एक ही इंटरेस्ट रेट रहेगा,
और इस कारण पुरे लोन पीरियड में आपका EMI एक जैसा ही रहेगा,
लेकिन अगर आपके होम लोन पर FLOATING INTEREST RATE है, तो आपके लोन का इंटरेस्ट रेट, समय के साथ बदलता रहेगा,
और इसका प्रभाव ये होगा कि – आपका EMI भी कम या ज्यादा हो सकता है,
जैसे – अगर फ्यूचर में अगर बैंक होम लोन के इंटरेस्ट को कम करती है, तो आपको इसका फायदा होगा, और आपके लोन का EMI कम हो जायेगा,
और अगर बैंक होम लोन के रेट को बढाती है, तो आपके लोन का EMI बढ़ जायेगा,
तो इसलिए,
जब भी आप होम लोन ले तो,अपने लोंन पर इंटरेस्ट रेट को जरुर समझे, और दुसरे बैंक के लोन से भी तुलना करे,
और अच्छी तरह से समझने के बाद आप ये फैसला करे की आपको अपने लोंन पर कौन सा इंटरेस्ट रेट रखना है-
फिक्स्ड या फ्लोटिंग, या दोनों का मिक्स्ड
4. होम लोन की PRE EMI
होम लोन महंगा ना पड़े, इसके लिए चौथी बात जो आपको ध्यान रखनी है –
वो है –HOME LOAN के लिए भरा जाने वाला PRE EMI
PRE EMI, का मतलब है- सिर्फ व्याज की क़िस्त,
PRE EMI हमें तब देना होता है,जब हमारे लोन का पूरा पैसा नहीं निकाला जाता है,
जैसे – अगर दीपदास ने 10 लाख का लोन लिया और उसके अभी सिर्फ 4 लाख का ही काम हुआ है तो,
और बैंक बिल्डर को सिर्फ 4 लाख रूपये ही देगी,
और जब काम पूरा हो जायेगा, तब बैंक बिल्डर को पूरा पैसा देगी,
तो ऐसे केस में, क्योकि बैंक ने पूरा लोन अभी नहीं दिया है तो बैंक पूरी EMI नहीं लेती है,
जैसे – अगर बैंक ने 10 लाख के लोंन में अभी सिर्फ 4 लाख रूपये ही अमाउंट बिल्डर को दिया है तो ऐसे में बैंक कस्टमर से 4 लाख के ऊपर व्याज लेगी, और इसी व्याज के क़िस्त को PRE EMI कहा जाता है,
PRE EMI का पैसा चुकाने का मतलब है, आप सिर्फ लोंन पर व्याज दे रहे है, और इसलिए PRE EMI पूरी तरह से कस्टमर का नुकसान होता है,
अगर, आपने जो घर पे होम लोन लिया, वह घर बिल्डर आपको देने में देरी करता है तो बिल्डर जितनी देरी करेगा,
आपको PRE EMI के रूप में बैंक को उतना अधिक व्याज भरना पड़ेगा,
और इसलिए होम लोन लेते समय आपको इस बात को ध्यान में रखना चाहिए, कि आपको कम से कम PRE EMI भरना पड़े,
और आपको बिल्डर से जल्द से जल्द घर का पोजेशन मिल जाये,
नहीं तो PRE EMI के रूप में आपको बहुत अधिक नुकसान उठाना पड़ सकता है, और फिर आपको होम लोन बहुत महंगा पड़ जायेगा,
5 . Home Loan Foreclosure के लिए HOME LOAN EMI STRUCTURE की समझ
होम लोन महंगा ना पड़े, इसके लिए पांचवी बात जो आपको ध्यान रखनी है –
वो है – HOME LOAN EMI STRUCTURE की समझ,
दोस्तों, HOME LOAN EMI के STRUCTURE से हमारा मतलब है कि-
आप इस बात को ऐसे समझीए-
लोन के EMI में , शुरुआत के आधे से ज्यादा समय तक INTEREST का हिस्सा बहुत ज्यादा होता है,
और इस तरह के EMI STURCTURE के कारण आप जब भी लोंन को बंद करना चाहेंगे तो आपको लोंन का एक बड़ा हिस्सा भरना पड़ेगा,
जैसे –
मान लीजिए मेरे दोस्त दीपदास ने 10 लाख का बैंक लोन 8.5 % फिक्स्ड व्याज दर से लिया लिया है 20 साल के लिए
तो इस तरह दीपदास का EMI बनता है –लगभग 8६७८ रूपये,
अब दीपदास अगले 10 साल तक EMI भरता रहता है,
और इस तरह दीपदास ने दस साल में कुल रूपये जो बैंक को भर दिया है –
वो है -10 लाख 43 हजार 6 सौ रूपये लगभग (8697 X 12 X 10)
अब, मान लीजिए दीपदास सोचता है कि –10 साल बाद इस लोन को बंद कर दिया जाये,
तो दीपदास को लोन क्लोज करने के लिए कितना अमाउंट,बैंक को भरना पड़ेगा –
आप जान कर हैरान रह जायेंगे कि –
दीपदास को इस 10 लाख के बैंक होम लोन के बदले जो आलरेडी लगभग साढ़े 10 लाख रूपये भर चूका है ,
लेकिन EMI के STRUCTURE के कारण ,उसको अभी भी इस होम लोन को क्लोज करने के लिए लगभग 7 लाख रूपये भरने पड़ेंगे,
इसलिए, जब भी आप होम लोन ले, तो इस बात को सही ढंग से समझ ले कि अगर आप उसे ५ साल , 10 साल या 15 साल बाद बंद करने का सोचते है, तो आपको कब कितना पैसा भरना पड़ेगा,
और इसके लिए आपको सिंपल आप इस EMI CALCULATOR नाम का एंड्राइड एप्लीकेशन को चेक करिए ,
इसमें आप अपने EMI को कैलकुलेट करके details में जाके देखेंगे तो समझ आएगा कि आपको अपना लोन क्लोज करते समय कब कितना पैसा बैंक को चुकाना पड़ेगा,
ये थी वो पांच बाते जो आपको Home Loan लेने से पहले जरुर ध्यान में रखनी चाहिए,
दोस्तों, आशा करता हु, इस Post से आप ये सिख पाए होंगे कि – होम लोंन से पहले आपको कौन कौन सी बाते ध्यान में रखनी चाहिए, ताकि होम लोन का बोझ आपके ऊपर भारी ना पड़े,
आप अपने सवाल या विचार को निचे कमेंट में लिख सकते है,
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Best post..