वीसी क्या होता है ?
क्या आपने कभी वीसी खेलने के बारे में किसी को बात करते हुए सुना है ?
क्या आप जानना चाहते है कि वीसी कैसे काम करता है ?
और आप भी वीसी कैसे खेलना चाहते है ?
तो इस पोस्ट में मै आपको बिलकुल इसी बारे में बताने वाला हु कि –
वीसी क्या होता है ? ये कैसे काम करता है ? और आप वीसी कैसे खेल सकते है और आप इस से कैसे फायदा उठा सकते है ?
आइए सबसे पहले जानते है कि – वीसी क्या होता है ?
“ बीसी को “बिज़नस कमिटी” भी कहा जा सकता है,
साथ ही वीसी को कई अलग अलग नामो से भी जाना जाता है-
जैसे – वीसी खेलना, कमिटी डालना, Personal chit fund, या Peer to Peer Lending,
व्यापारियों के बीच “वीसी” और “कमिटी” के नाम से ये ज्यादा पोपुलर है,
वास्तव में वीसी, बिज़नस में लगने वाले पैसे की जरूरतों को पूरा करने के लिए,व्यापारियों द्वारा आपस में बनाया गया एक तरह का प्राइवेट “फण्ड मैनेजमेंट सिस्टम” है,
वीसी की तीन सबसे बड़ी खूबिया है –
- वीसी में आप पैसे की रेगुलर बचत कर सकते है,
- वीसी में आप आप कम व्याज दर पर बिना किसी खास झंझट के लोन ले सकते है,
- और साथ ही वीसी में आप अपने पैसे जमा करके, उस पर व्याज भी कमा सकते है,
बीसी एक प्राइवेट बैंक की तरह ही काम करता है –
वीसी नाम का, ये फण्ड मैनेजमेंट सिस्टम भी, बिलकुल बैंक के सिस्टम की तरह ही काम करता है, जिस तरह से बैंक एक तरफ लोगो का पैसा अपने पास जमा करता है, और दुसरे लोगो को वाही पैसा उधार देता है,
ठीक उसी तरह वीसी के सिस्टम में भी, लोगो का एक ग्रुप बनाया जाता है, जिसमे सभी ग्रुप मेम्बर से हर महीने पैसे कुछ पैसे जमा किये जाते है,
और हर महीने किसी एक ग्रुप मेम्बर को , एक लक्की ड्रा या फिर ऑक्शन यानी बोली लगा कर, जिस ग्रुप मेम्बर की बोली सबसे कम लगती है, उसको पैसे उधार दे दिया जाता है,
अब एक महत्वपूर्ण सवाल ये आता है कि – आज इतनी अच्छी बैंकिंग सिस्टम, जहा बहुत आसानी से लोंन मिल जाता है, तो ऐसे में वीसी की क्या जरुरत है ?
बीसी की जरुरत
दोस्तों,
जैसा कि हम सब जानते है –
चाहे कोई बिज़नस छोटा हो या बड़ा, उसे हमेशा working capital के रुप में अतिरिक्त पूंजी की जरुरत होती है,
अब ऐसे में , किसी बिज़नस मैन के पास अपनी अतिरिक्त पूंजी के लिए पैसे जुटाने के लिए दो विकल्प होते है –
पहला – अपने किसी दोस्त रिश्तेदार या फिर साहूकार से उधार लेना,
और दूसरा – बैंक से कर्ज लेना,
अक्सर दोस्त रिश्तेदारों की अपनी खुद की परेशानिया होती है, इसलिए कोई बिजनेसमैन, बार बार अपे दोस्त या रिश्तेदार से अपने बिज़नस के लिए पैसे नहीं मांग सकता है,
दूसरी तरफ साहूकार से कर्ज लेने पर , सहकर व्यापारी को अतिरिक्त पूंजी देने के लिए बहुत ज्यादा व्याज चार्ज करता है,
साथ ही, अगर कोई बिजनेसमैन, बैंक से लोन लेने जाता है तो, उसे बैंक में बहुत सारी कागजी कार्यवाही करनी होती है,और आम तौर पर लोन देने के बदले, बिजनेसमैन को अपनी सम्पति के पेपर बैंक के पास गिरवी रखना होता है, और इसके बावजूद बैंक आपको ऊँची व्याज दर पर ही उधार देती है,
साथ ही जो लोग व्यापर में लगे होते है, कभी कभी उनके पास , इतने अच्छे पेपर नहीं होते कि – वे बैंक से लोन ले सके,
तो अब ऐसे में व्यापारी के पास, अपनी अतिरिक्त पूंजी के लिए सबसे बड़ा विकल्प होता है – “वीसी”
वीसी, जिसमे कुछ लोगो का एक ग्रुप बनाया जाता है, और सभी ग्रुप मेम्बर जो भी पैसा हर महीने जमा करते है, वह पैसा किसी एक व्यापारी को हर महीने, उधार के रूप में दे दिया जाता है,
जैसे –
अगर 10 लोग मिलकर एक वीसी का ग्रुप बनाते है, और सभी दस लोग हर महीने 10 हजार रूपये, इस वीसी में जमा करते है, तो टोटल हो जाता है 10 x 10 हजार, यानी 1 लाख,
अब ये एक लाख रूपये हर महीने किसी एक आदमी को दिया जायेगा, और ये सिलसिला अगले दस महीने तक चलेगा,
और जिसमे एक एक करके, सभी ग्रुप मेम्बर को 1 लाख रूपये, 10 महीने में एक बार कभी भी मिल सकता है,
आइये अब जानते है – ये वीसी कैसे बनाया जाता है ?
आइए अब ये जानते है कि – वीसी कैसे बनाया जाता है, और ये कैसे काम करता है ?
ध्यान दीजिए कि वीसी के कुछ नियम होते है, तो चलिए एक एक्साम्प्ल की मदद से, एक वीसी को बनाने और उस पर लागु होने वाले कुछ नियम के बारे में भी जानते है,
जैसे – मान लीजिए,
Mr. X ने एक वीसी बनाया, जिसमे उन्होंने 12 लोगो A, B, C, D, E, F, G, H, I, J, K, L को वीसी ग्रुप का मेम्बर बनाया,
इस वीसी का नियम कुछ इस प्रकार था –
पहला – वीसी के जितने मेम्बर है, वीसी उतने महीने तक चलेगा, जैसे – इस ग्रुप में 12, मेम्बर है तो ये वीसी 12 महीने तक चलेगा,
दूसरा नियम – हर महीने वीसी की कुल रकम होगी 60 हजार,
यानि, वीसी ग्रुप के मेम्बर को हर महीने अधिकतम 5 हजार रूपये तक की रकम इस वीसी में जमा करने होंगे,
तीसरा नियम – हर महीने के 5 तारीख को बीसी का draw, auticon या नीलामी होगी, और 12 ग्रुप मेम्बर से, किसी एक ग्रुप मेम्बर को, जो वीसी का पैसा उठाने के लिए सबसे कम बोली लगायेगा, उसे ये वीसी का पैसा दे दिया जायेगा,
चौथा नियम – जो मेम्बर एक बार, वीसी का पैसा उठा लेगा, वो उसके बाद बोली नहीं लगाएगा, उसे सिर्फ हर मैंने वीसी में अधिकतम 5 हजार रूपये का योगदान देते रहना होगा.
पांचवा नियम – Mr. X जो इस वीसी को चला रहे है, सबके लेने देंन का व्यहवहार मेंटेन कर रहे है, सभी लोगो से संपर्क में है, और वीसी के ड्रा यानि ऑक्शन वाले दिन सबको इकठ्ठा करते है, उनको इस वीसी की रकम से हर महीने 5% कमिसन के रूप में दिया जायेगा,
कामिसन का ये पैसा, नीलामी जितने वाले, मेम्बर की नीलामी रकम से दिया जायेगा
छठवा नियम – नीलामी जितने वाले मेम्बर को, उसमे वीसी चलाने वाले का पैसा काटने के बाद, जो पैसा बच जायेगा, वो दे दिया जायेगा,
सातवा नियम – वीसी की रकम और नीलामी की रकम के बीच का डिफरेंस अमाउंट, इस वीसी का लाभ माना जायेगा, और इसे सभी ग्रुप मेम्बर के बीच बराबर बराबर बाट दिया जायेगा,
अब वीसी के इस नियम के अनुसार,
Mr. X ने वीसी की शुरुआत कर दी, और अगले 12 महीने तक इस वीसी को चलाया,
अगले 12 महीने तक, हर महीने की 5 तारीख को, सभी ग्रुप मेम्बर की उपस्थिति में वीसी का ऑक्शन रखा गया, और हर महीने किसी एक व्यापारी, जिसने सबसे कम बोली लगाई, उसे, Mr. X का कमीशन काट कर वीसी की रकम दे दी गई,
और वीसी की कुल रकम और नीलामी की रकम के बीच का डिफरेंस, ग्रुप मेम्बर में बाट दिया गया,
जिसे आप इस एक्सेल शीट की मदद से भी समझ सकते है –
और इस तरह 12 महीने के पुरे होने पर स्थिति कुछ इस प्रकार थी,
ये एक एक्सेल शीट पर किया गया कैलकुलेशन है, जिस से आप वीसी को और अच्छी तरह से समझ जायेगें, साथ ही आप इसके कैलकुलेशन को भी समझ जायेंगे,
Download excel sheet for chit fund calculation : https://goo.gl/GqCKmC
आप वीसी से किस तरह लाभ उठा सकते है,
वीसी से आप तीन तरीके से लाभ उठा सकते है –
- पहला – कई बार बैंक से लोन लेना आसान नहीं होता, और साथ ही अगर आप साहूकार से उधार लेते है तो आपको बहुत ज्यादा व्याज चुकाना पड़ता है, तो ऐसे में वीसी की हेल्प से आपके पास, एक आसान और सस्ते लोन का विकल्प मल जाता है, और इस लोंन को आसान किस्तों में चुकाना होता है,
- दूसरा आप इस लोन को किसी तरह की इमरजेंसी के लिए इस्तेमाल कर सकते है, अगर इमरजेंसी आती है, तो आप वीसी का लोन उठा सकते है, और अगर इमरजेंसी नहीं आती तो आप हर महीने वीसी में पैसे जमा करके, पैसे की बचत कर ही रहे है, और अगर आप इसे सबसे अंत में उठाते है तो आपको व्याज का लाभ भी मिलता है,
यानी, जितना पैसा आप वीसी में जमा करते है, उसे से ज्यादा आपको लाभ मिल जाता है, आप इस एक्सेल शीट में देख सकते है कि किस तरह अंतिम तीन लोगो को व्याज कमाने का लाभ हो रहा है,
- तीसरा फायदा ये है कि – अगर आप वीसी चलाते है और खुद ही सब कुछ मैनेज करते है , लोगो का ग्रुप बनाते है, उन्हें वीसी के नियम के बारे में समझाते है, सबको वीसी ग्रुप में शामिल होने के लिए तैयार करते है, फिर सबका हिसाब किताब रखते है, और नीलामी के बाद, सभी ग्रुप मेम्बर से,क़िस्त की वसूली करते है, तो ऐसा करके आप वीसी का हर महीने 5% तक कमीशन कमा सकते है,
यानि, अगर आप 10 लाख की वीसी चलाते है तो हर महीने आपकी इनकम ५% यानी 50 हजार तक की हो सकती है,
तो दोस्तों, ये तो हो गई आपके फायदे की बात,
लेकिन, कुछ और इम्पोर्टेन्ट बाते है , जिसे आपको कभी भी हलके में नहीं लेना चाहिए,
जैसे – अगर आप वीसी ग्रुप में शामिल होते है या फिर वीसी चला कर कमीशन कमाना चाहते है, तो आपको ये बात अच्छी तरह से समझनी चाहिए कि –
- वीसी में पैसे का लेन देन शामिल है, अगर कोई ग्रुप मेम्बर पैसे भरने से मना कर देता है तो उसका पूरा रिस्क वीसी चलाने वाले पर आ जाता है,
- और अगर वीसी चलाने वाले ने भी कुछ गड़बड़ कर दी तो पुरे ग्रुप मेम्बर को इसका नुक्सान उठाना पड़ सकता है,
- और तीसरी बात ये कि – चुकी आप , पैसे के मामले में इमरजेंसी फण्ड की व्यस्था करने के लिए वीसी नॉन ओर्गानिसेद तरीके से बिना किसी कानूनी रेगिस्त्रतीं के चला रहे है तो ऐसे में किसी भी गड़बड़ी की स्थिति में आपको क़ानूनी रूप से दण्डित भी होना पड़ सकता है,
तो आखीरी में इस विडियो में आपको ये समझाना चाहता हु कि – वीसी व्यापारियों द्वारा आपसी व्सिवास और अटूट भरोसे के ऊपर चलाया जाता है, और इसमें काफी सारा रिस्क भी होता है,
और मै इस विडियो से बस वीसी के बारे में ये समझना चाहता था कि – आप इस बात को समझे की वीसी कैसे काम करता है और व्यापारी समाज किस तरह वीसी का लाभ उठाते है , ताकि आप भी इस से कुछ लाभ उठा सके,
और साथ ही आपको मैंने रिस्क के बारे में भी बता दिया,
तो i हॉप की आप वीसी के फायदे और रिस्क दोनों का जरुर ध्यान रखेंगे और सही कदम उठाते हुए इसका लाभ उठाएंगे,
इस एक्सेल शीट के पहले कॉलम में, महिना लिखा गया है, – जिसमे है पहले महीने से लेकर अगले 12 महीने का डिटेल है,
दुसरे कॉलम में है -Total VC amount , अगर हर महीने सब लोग, 5 हजार का कॉन्ट्रिब्यूशन करते है तो हर महीने की टोटल वीसी का अमाउंट होगा – 60 हजार , लेकिन ध्यान दीजिए कि – हर महीने मेम्बर द्वारा उठाई जाने वाली वीसी की रकम अलग अलग होती है,
तीसरे कॉलम में है -हर मेम्बर का योगदान – जो हर एक मेम्बर से एक्सपेक्टेड है, हालाँकि हर महीने मेम्बर की , हर महीने वीसी की क़िस्त बदलती रहती है,
चौथे कॉलम में है – फाइनल बिड अमाउंट, यानी नीलामी में सबसे कम अमाउंट की बोली, जो फाइनल हो जाती है, और इस बोली पर वीसी दे दी जाती है, यही वो वीसी का अमाउंट है जो वीसी जितने वाले को मिलता है, ध्यान दीजिए कि – वीसी की बोली लगाने के कारण, वीसी उठाने की ये रकम हर महीने बदलती रहती है,
पांचवे कॉलम में है – वीसी चलाने वाले का कमीशन, टोटल वीसी अमाउंट, यानी 60 हजार का 5% जो होगा – ३ हजार,
वीसी चाहे जितने में भी उठे, वीसी चलाने वाले का कमीशन फिक्स्ड होता है,
छठवे कॉलम में है – फाइनल अमाउंट जो वीसी उठाने वाले को कमीशन काट कर मिलता है,
सातवे कॉलम में है – वीसी का लाभ , वास्तव में ये कोई लाभ नहीं है बल्कि ये एक अतिरिक्त अमाउंट है,
जो वीसी की फाइनल बोली और वीसी की कुल रकम के बीच का डिफरेंस अमाउंट है,
जैसे – आप देखेगे , वीसी की रकम है 60 हजार, लेकिन वीसी उठाई गई 48 हजार रूपये में, तो अब इस 48 हजार, तो अब 60 हजार रूपये में से 48 हजार रूपये घटाने पर, जो रकम आती है वो है 12 हजार, और इसी को लाभ माना जाता है, जो हर महीने बदलता रहता है,
आठवे कॉलम में है – वीसी का प्रति मेम्बर को मिलने वाला लाभ,
वीसी के कुल लाभ को कुल मेम्बर से बाट दिया जाता है, जैसे – 12 हजार रूपये के प्रॉफिट को 12 लोगो में बाटने पर हर मेम्बर के हिस्से में 1 हजार रूपये का लाभ हो रहा है,
ये अमाउंट कुछ मेम्बर के लिए लाभ यानि प्रॉफिट की तरह होता है , और कुछ मेम्बर जो पहले ही वीसी उठा लेते है, उनके लिए ये इंटरेस्ट यानि व्याज की तरह होता है,
नौवे कॉलम में है – हर मेम्बर द्वारा दी जानवे वाली, वीसी के क़िस्त का फाइनल अमाउंट,
वीसी से मिलने वाले लाभ को, हर महीने की क़िस्त से घटा दिया जाता है, और बचा हुआ अमाउंट ही हर महीने वीसी के मेबर को क़िस्त के रूप में देना होता है,
जैसे – ये वीसी है 60 हजार रूपये की, जिसमें हर मेम्बर को 5 हजार रूपये देने है, लेकिन आप ध्यान से देखेंगे तो , पहले महीने हर मेम्बर को जो 1 हजार का लाभ हुआ, उसे 5 हजार की क़िस्त से कम कर दिया गया, और बचा हुआ अमाउंट ही मेम्बर को जमा करना था, जो वीसी की फाइनल क़िस्त कहलती है,
और ऐसे ही हर महीने होता है, वीसी के लाभ को एडजस्ट करने के बाद वीसी की एक फाइनल क़िस्त आती है,
ये वो फाइनल अमाउंट है, जो हर महीने मेम्बर द्वारा दी , वीसी चलाने वाले फोरमैन के पास जमा किए जाते है,
दसवे कॉलम में है – व्याज की रकम , ये सिर्फ एक कैलकुलेशन है, जिस से पता चलता है कि मेम्बर कितना व्याज देता है,या फिर उसे कितना व्याज मिलता है,
ग्यारहवे कॉलम में है – पिछले कलम में दिखने वाले व्याज को परसेंटेज के रूप में निकाला गया है, ये एक कैलकुलेशन है, जो सिंपली व्याज के लाभ और व्याज के रूप में होने वाले फायदे का परसेंटेज के रूप में बताता है.
अब इस एक्सेल शीट, को ध्यान से देखने पर आप वीसी को बहुत अच्छे ढंग से समझ सकते है,
आप इस एक्सेल शीट को देख कर ये समझ सकते है कि –
- वीसी की कुल रकम हर महीने 60 हजार माना गया है, लेकिन हर महीने वीसी 60 हजार से बोली लगना शुरू होता है, और जो सबसे कम बोली लगता है, उसे ही वीसी को दिया जाता है,
जैसे – पहले महीने में जिसने 48 हजार की बोली लगाईं, जो सबसे कम थी, उसे वीसी का पैसा कमीशन काट कर दे दिया गया,
- जैसे जैसे, महीने बीत रहे है, फाइनल नीलामी की रकम बढती जा रही है, और जो सबसे अंत में वीसी उठाता है, उसे सबसे ज्यादा, वीसी का रकम मिलता है,
- इस तरह, जिसने शुरुआत और बीच में वीसी उठाई, उसे तुरन लोन के रूप में पैसा मिल गया,
- और जिसने अंत में वीसी उठाई उसके लिए, वीसी एक बचत और निवेश बन गया.
- अब आप एक और चीज देखेंगे कि –हर महीने सभी ग्रुप मेम्बर को बिलकुल बराबर बराबर लाभ मिलता है, और सबकी क़िस्त बिलकुल बराबर होती है, चाहे कोई वीसी पहले उठाये, या बाद में,
- व्याज की दर, जो पहले वीसी उठाता है, उसको ज्यादा लग रहा है, और जो अंत में उठा रहा है, वो व्याज दे नहीं रहा है, बल्कि उसे व्याज मिल रहा है,
- वीसी चाहे, कितने में भी उठे, लेकिन वीसी चलाने वाले आदमी का कमीशन, टोटल वीसी अमाउंट का का 5% जरुर मिलता है,
- जैसे जैसे वीसी उठाने की रकम बढ़ रही है, वैसे ही वीसी की क़िस्त की रकम भी बढ़ रही है.
- इस एक्सेल शीट को आप, अपनी खुद की वीसी के कैलकुलेशन को समझने के लिए इस्तेमाल कर सकते है,
इसमें अगर आपके मेम्बर 12 से ज्यादा है, तो आपको एक्सेल शीट में और रो बढाने होंगे, और अगर 12 से कम है तो रो भी कम करने होंगे,
इसके आलावा कैलकुलेशन के नीचे आपको सिर्फ ये बताना है कि –
वीसी का टोटल अमाउंट क्या है ?
वीसी में कुल कितने मेम्बर है ?
वीसी चलाने वले का कमीशन क्या है ?
बस बाकी कैलकुलेशन अपने आप हो जायेगा,
लेकिन एक चेंज आपको, कैलकुलेशन के चौथे कॉलम में सिर्फ ये करना है कि – हर महीने वीसी की फाइनल बोली क्या लगाई जा रही है, वो लिखना है फिर बाकी कैलकुलेशन अपने आप हो जायेगा,
ये एक बहुत ही आसान एक्सेच्ल वर्क शीट है, आप चाहे तो अपना खुद का भी एक्सेल शीट अपनी सुविधानुसार बना सकते है,
अगर आप वीसी के कैलकुलेशन को अच्छी तरह से समझ जाते है, तो आप आसानी से अपना खुद का एक्सेल शीट बना सकते है,
तो इस तरह,
हमने देखा कि – वीसी क्या होता है, ये कैसे काम करता है और इसमें कैलकुलेशन कैसे किया जाता है,
अब आइए बात करते है, इसके फायदे और नुक्सान की –
इसका सबसे बड़ा फायदा है –
- वीसी के ग्रुप मेम्बर को आसानी से पैसा उधार मिल जाता है, जो साहूकार के मुकाबले काफी सस्ता और बैंक के मुकाबले काफी आसान होता है.
- इसमें ना के बराबर का पेपर वर्क होता है, और व्यापरियों के लिए इमरजेंसी के समय बहुत काम आता है,
- अगर जो मेमेर पैसे अंत तक नहीं निकालता है, उसके लिए वास्तव में वीसी और बचत दोनों का काम करता है, अंत में उसे अपने दिए सारे जमा पैसे व्याज के साथ मिल जाते है
- सभी मेम्बर के पास ये अधिकार होता है की वे कम से कम बोली लगा कर इस वीसी का पैसा एक बार कभी भी उठा सकते है.
अब इसके नुक्सान क्या है ?
- नुकसान ये है कि – वीसी का पैसा उठाने के लिए आपको 1 महीने का इन्तेजार करना पड़ सकता है, साथ ही अगर आपकी जरुरत ज्यादा है तो आपको ज्यादा व्याज चुकाना पड़ सकता है,
- दूसरी, इम्पोर्टेन्ट बात ये है कि – वीसी व्यापारियों के आपसी विस्वाश पर चलता है, और इस बीच किसी व्यापारी का बिज़नस बंद हो जाता है, या फिर कोई व्यापारी किसी तरह की चिट करता है, और पैसे उठाने का बाद पैसा नहीं भरता है तो इसका नुकसान ग्रुप मेम्बर को उठाना पड़ सकता है,
- वीसी का काम पूरी तरह विस्वाश के ऊपर होता है, और ऐसे में एक निवेशक के तौर पे थोड़ा ज्यादा रिस्क उठाना पड़ता है,
- अगर आप वीसी खेलने या वीसी चलाने के बारे में सोच रहे है, तो आपको हमेशा क़ानूनी की हद में रहते हुए, बिना किसी का विश्वाश तोड़े काम करना चाहिए,
अगर आप किसी तरह की चीटिंग करते है, तो आपको इसके बहुत सारे नुक्सान उठाने पड़ सकते है,
तो वीसी एक रिस्क से भरा हुआ खेल है, हमेशा सावधान रहे,
वीसी के बारे में डिटेल में समझने के बाद, आइये ये भी जानते है कि –
अब आप वीसी का फायदा कैसे उठा सकते है,
तो अगर आप BUSIENSS करते है,तो आप किसी वीसी ग्रुप में शामिल होकर वीसी के फायदों का लाभ उठा सकते है, और अपनी अतिरिक्त पूंजी की जरूरत पूरा कर सकते है या किसी इमरजेंसी के समय वीसी का लाभ उठा सकते है,
या फिर आप चाहे तो, अपने दोस्तों के साथ मिलकर आपस में भी वीसी फण्ड मैनेजमेंट सिस्टम बना कर एक दुसरे की हेल्प कर सकते है,
अब बात करते है – कि आप वीसी से किस तरह लाभ उठा सकते है,
तो वीसी से आप तीन तरीके से लाभ उठा सकते है –
- पहला – कई बार बैंक से लोन लेना आसान नहीं होता, और साथ ही अगर आप साहूकार से उधार लेते है तो आपको बहुत ज्यादा व्याज चुकाना पड़ता है, तो ऐसे में वीसी की हेल्प से आपके पास, एक आसान और सस्ते लोन का विकल्प मल जाता है, और इस लोंन को आसान किस्तों में चुकाना होता है,
- दूसरा – आप इस लोन को किसी तरह की इमरजेंसी के लिए इस्तेमाल कर सकते है, अगर इमरजेंसी आती है, तो आप वीसी का लोन उठा सकते है, और अगर इमरजेंसी नहीं आती तो आप हर महीने वीसी में पैसे जमा करके, पैसे की बचत कर ही रहे है, और अगर आप इसे सबसे अंत में उठाते है तो आपको व्याज का लाभ भी मिलता है,
यानी, जितना पैसा आप वीसी में जमा करते है, उसे से ज्यादा आपको लाभ मिल जाता है, आप इस एक्सेल शीट में देख सकते है कि किस तरह अंतिम तीन लोगो को व्याज कमाने का लाभ हो रहा है,
- तीसरा फायदा ये है कि – अगर आप वीसी चलाते है और खुद ही सब कुछ मैनेज करते है , लोगो का ग्रुप बनाते है, उन्हें वीसी के नियम के बारे में समझाते है, सबको वीसी ग्रुप में शामिल होने के लिए तैयार करते है, फिर सबका हिसाब किताब रखते है, और नीलामी के बाद, सभी ग्रुप मेम्बर से,क़िस्त की वसूली करते है, तो ऐसा करके आप वीसी का हर महीने 5% तक कमीशन कमा सकते है,
यानि, अगर आप 10 लाख की वीसी चलाते है तो हर महीने आपकी इनकम ५% यानी 50 हजार तक की हो सकती है,
तो दोस्तों, ये तो हो गई आपके फायदे की बात,
लेकिन, कुछ और इम्पोर्टेन्ट बाते है , जिसे आपको कभी भी हलके में नहीं लेना चाहिए,
जैसे – अगर आप वीसी ग्रुप में शामिल होते है या फिर वीसी चला कर कमीशन कमाना चाहते है, तो आपको ये बात अच्छी तरह से समझनी चाहिए कि –
- वीसी में पैसे का लेन देन शामिल है, अगर कोई ग्रुप मेम्बर पैसे भरने से मना कर देता है तो उसका पूरा रिस्क वीसी चलाने वाले पर आ जाता है,
- और अगर वीसी चलाने वाले ने भी कुछ गड़बड़ कर दी तो पुरे ग्रुप मेम्बर को इसका नुक्सान उठाना पड़ सकता है,
- और तीसरी बात ये कि – चुकी आप , पैसे के मामले में इमरजेंसी फण्ड की व्यस्था करने के लिए वीसी नॉन ओर्गानिसेद तरीके से बिना किसी कानूनी रेगिस्त्रतीं के चला रहे है तो ऐसे में किसी भी गड़बड़ी की स्थिति में आपको क़ानूनी रूप से दण्डित भी होना पड़ सकता है,
तो अंत में इस पोस्ट में आपको ये समझाना चाहता हु कि – वीसी व्यापारियों द्वारा आपसी व्सिवास और अटूट भरोसे के ऊपर चलाया जाता है, और इसमें काफी सारा रिस्क भी होता है,
और मै इस पोस्ट से बस वीसी के बारे में ये समझना चाहता था कि – आप इस बात को समझे की वीसी कैसे काम करता है और व्यापारी समाज किस तरह वीसी का लाभ उठाते है , ताकि आप भी इस से कुछ लाभ उठा सके,
और साथ ही आपको मैंने रिस्क के बारे में भी बता दिया,
तो मैं आशा करता हूँ की आप वीसी के फायदे और रिस्क दोनों का जरुर ध्यान रखेंगे और सही कदम उठाते हुए इसका लाभ उठाएंगे,
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नमस्कार मेरा नाम दीपक शुक्ला है और मैं कानपुर उत्तर प्रदेश से हु ।एक व्यापारी जोकि कमेटी bc चलाता थे । तो उन्होंने सारे पैसे देने से मना कर दिया है ।क्या हम कानूनी कार्यवाही कर सकते है कृपया जल्द से जल्द बताये