पंचतंत्र – छोटी कहानी
निवेश करते समय पंचतंत्र की छोटी कहानी से सीख
दोस्तों, पंचतंत्र की छोटी छोटी कहानिया हम सभी को बचपन से ही बहुत अच्छी लगती है,
क्योकि ये कहानिया बहुत छोटी और आसानी से समझ में आने वाली होती है,
और हर कहानी से हमें, अपने जीवन को बेहतर बनाने की, एक सच्ची सीख भी मिलती है,
SHAREMARKETHINDI.COM की तरफ से आज हम एक ऐसी ही कहानी के बारे में बात करने जा रहे है,
कहानी का नाम है –
मुर्ख बंदर
एक तालाब के पास, एक मंदिर के दीवाल बनाने का काम चल रहा था, दो लोग दीवाल बनाने का काम कर रहे थे,
पास में ही दो बन्दर बड़े ध्यान से उस मंदिर के दीवाल बनाने के काम को देख रहे थे,
उन दोनों बन्दर को ये काम बड़ा ही अच्छा और आसान सा लगा,
और उन दोनों बन्दर ने सोचा क्यों न हम भी मंदिर का दीवाल बनाये,
और जैसे ही, मजदुर उस दिन का काम पूरा करके घर जाने लगे,
दोनों बन्दर वहा पहुच गए,
और दीवाल बनाने की कोशिश करने लगे,
इतने में कुछ इटो के गिरने से उन दोनों बंदर को काफी चोट आई,
और तभी वहा एक तीसरा बन्दर आया, और उनकी चोटिल हालत देखकर उनको समझाया –
“जिसका काम उसी को साजे, दूजा करे तो बन्दर लागे,”
दोस्तों, इस कहानी की सीख ये है, कि –
हमें जो काम आता है, वही काम करना चाहिए, और किसी और के काम को बिना सोचे समझे नहीं करना चाहिए,
जो हमें नहीं आता, उसे करने से पहले, उस काम को सीखना और समझना चाहिए,
और अगर हम बिना सोचे समझे, किसी और की नक़ल करे तो हमारी हालत भी बिल्कुल बन्दर सी हो जाती है,
निवेश करते समय किसी और का नक़ल ना करे
साथ ही इस कहानी की सीख ये भी है कि –
अगर कोई “स्टॉक मार्केट” में निवेश करके बहुत सारे पैसे बना रहा है,
तो हमें बिना सोचे समझे उसकी नक़ल नहीं करनी चाहिए,
हमें सबसे पहले “स्टॉक मार्केट” के निवेश को सीखना और समझना होगा,
और अगर बिना सोचे समझे स्टॉक मार्केट में निवेश करते है, तो हमें भी काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है,
दोस्तों,
उम्मीद करता हु, इस छोटी सी कहानी से आपको ये समझ आया होगा कि –
किसी भी तरह के निवेश से पहले, हने उस निवेश के बारे में सीखना और समझना चाहिए,
दोस्तों, ध्यान रहे – निवेश एक पैसो से जुड़ा विषय है, और अगर आप अपने निवेश में किसी तरह की गलती करते है, तो आपको अपनी मेहनत के पैसो का नुकसान उठाना पड़ सकता है,
nice story
मैन भी एक छोटा सा page start किया है आपसे कुछ guideness मिलेगी तो मैं भी कुछ अच्छा कर पाऊंगा
http://investmentinhindi.blogspot.in/2018/01/wealth.html?m=1